Mutual Fund Part 3: How To Choose The Right Mutual Fund

 परिचय

Mutual fund में निवेश करना आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में एक आम बात हो गई है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कैसे दो म्यूचुअल फंड्स को तुलना करके सबसे सही विकल्प चुन सकते हैं? मार्केट में हजारों स्कीम्स उपलब्ध हैं, तो यह चुनना थोड़ा कठिन हो सकता है कि कौन सा फंड आपके लिए सबसे अच्छा है। क्या आप सिर्फ अपने दोस्तों के सुझाव पर चलते हैं या फिर सिर्फ परफॉर्मेंस देख कर निवेश कर देते हैं? इस ब्लॉग में हम विस्तार से चर्चा करेंगे कि कैसे आप अपनी सिचुएशन के हिसाब से एक परफेक्ट Mutual fund पिक कर सकते हैं।

 महत्वपूर्ण घोषणा

वीडियो शुरू करने से पहले एक महत्वपूर्ण घोषणा है। मुझे बहुत सारे कमेंट्स आ रहे थे लोगों के पोर्टफोलियो रिव्यू करने के लिए, तो मैंने तय किया है कि हर हफ्ते एक विनर चुनूंगा कमेंट बॉक्स से, जिसके साथ मैं एक 30 मिनट का सेशन रखूंगा। इस सेशन में आप मुझसे कोई भी क्वेश्चन पूछ सकते हैं और अपना पोर्टफोलियो भी रिव्यू करवा सकते हैं। तो कमेंट करके बताइए मुझे अपना फेवरेट Mutual fund और शायद मैं आपसे अगली बार 30 मिनट्स के लिए बात करूंगा।

 Mutual fund की श्रेणियाँ और उनके लाभ

Mutual fund विभिन्न प्रकार के होते हैं और उनके अलग-अलग लाभ और जोखिम होते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने निवेश के उद्देश्य और जोखिम सहनशीलता के आधार पर सही Mutual fund चुनें।

1. इक्विटी फंड्स: ये फंड्स आपके पैसे को स्टॉक्स में निवेश करते हैं और उच्च रिटर्न का मौका देते हैं। लेकिन इनके साथ उच्च जोखिम भी जुड़ा होता है।

2. डेट फंड्स: ये फंड्स बॉन्ड्स और अन्य फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं। ये कम जोखिम वाले होते हैं लेकिन रिटर्न भी कम होता है।

3. हाइब्रिड फंड्स: ये फंड्स इक्विटी और डेट दोनों में निवेश करते हैं। ये मध्यम जोखिम और मध्यम रिटर्न देते हैं।

4. एलएसएस फंड्स: ये टैक्स सेविंग फंड्स होते हैं जिनमें लॉक-इन पीरियड होता है, यानी आप 3 साल तक पैसे नहीं निकाल सकते।

 एक फ्रेमवर्क: Mutual fund का चुनाव कैसे करें

 Step-1: परफॉर्मेंस

सबसे पहले, किसी भी Mutual fund की परफॉर्मेंस को देखना महत्वपूर्ण है। पिछले 3, 5, और 10 सालों के रिटर्न को देखें और इसे अन्य फंड्स के साथ तुलना करें। ध्यान दें कि पिछले प्रदर्शन भविष्य की गारंटी नहीं होता, लेकिन यह आपको एक आइडिया दे सकता है कि फंड कैसा कर रहा है।

 Step-2: गोल्ड डेफिनेशन

अपना निवेश उद्देश्य साफ-साफ परिभाषित करें। आपको यह समझना होगा कि आप किसलिए निवेश कर रहे हैं – बच्चों की पढ़ाई, रिटायरमेंट, घर खरीदने के लिए या कोई और उद्देश्य। आपके लक्ष्य से मेल खाने वाले फंड्स का चयन करें।

 Step-3: एक्सपेंस रेशो

फंड के मैनेजमेंट और ऑपरेशन की लागत को ध्यान में रखें। एक्सपेंस रेशो जितना कम होगा, आपके रिटर्न उतने ही अधिक होंगे। इसलिए, हमेशा ऐसे फंड्स को चुनें जिनका एक्सपेंस रेशो कम हो।

 Step-4: फंड साइज

फंड साइज या AUM (Asset Under Management) को समझें। यह देखना महत्वपूर्ण है कि फंड के पास कितना पैसा है और उसे कैसे मैनेज किया जा रहा है। छोटे फंड्स में निवेश करना बेहतर हो सकता है क्योंकि बड़े फंड्स के लिए पैसे को मैनेज करना मुश्किल हो सकता है।

 Step-5: लॉक-इन एंड एग्जिट लोड

लॉक-इन पीरियड और एग्जिट लोड को ध्यान में रखें। अगर आपको जल्दी पैसे निकालने की जरूरत पड़ सकती है, तो ऐसे फंड्स में निवेश न करें जिनमें लॉक-इन पीरियड है। एग्जिट लोड भी देखें, क्योंकि कुछ फंड्स में पैसे जल्दी निकालने पर फाइन लग सकता है।

 Step-6: फंड होल्डिंग्स

यह देखें कि फंड किसमें निवेश कर रहा है। अगर फंड की टॉप होल्डिंग्स में कोई ऐसा स्टॉक है जिसमें आप विश्वास नहीं करते, तो उस फंड में निवेश न करें। हमेशा फंड होल्डिंग्स की जांच करें और सुनिश्चित करें कि यह आपके निवेश विचारधारा से मेल खाता है।

 ग्रो ऐप पर Mutual fund एनालिसिस

ग्रो ऐप पर आप इन सभी कंपोनेंट्स को आसानी से देख सकते हैं। यहाँ हम क्वांट मिड कैप फंड का उदाहरण लेंगे और इसे एनालाइज करेंगे।

1. फंड साइज: यह देखना महत्वपूर्ण है कि फंड का साइज कितना है। अगर फंड का साइज 10,000 करोड़ से ज्यादा है, तो उसे मैनेज करना मुश्किल हो सकता है।

2. टॉप होल्डिंग्स: यह देखना कि फंड किन स्टॉक्स में निवेश कर रहा है।

3. परफॉर्मेंस: पिछले 1, 3, 5 सालों के रिटर्न देखें और इसे अन्य फंड्स के साथ तुलना करें।

4. एक्सपेंस रेशो: यह कितना है, देखना जरूरी है।

5. एग्जिट लोड: अगर आप जल्दी पैसे निकालते हैं, तो कितना फाइन लगेगा।

 निवेश कैसे करें: SIP और लम-सम

ग्रो ऐप पर आप आसानी से SIP (Systematic Investment Plan) और लम सम (One-time Investment) कर सकते हैं। SIP के लिए आपको हर महीने कितने पैसे निवेश करने हैं, वह चुन सकते हैं। लम सम निवेश के लिए एक बार में जितने पैसे निवेश करने हैं, वह डाल सकते हैं।

 मेरा पसंदीदा Mutual fund

अंत में, मैं अपने पसंदीदा Mutual fund के बारे में बताऊंगा जिसमें मैंने बहुत सारे पैसे निवेश किए हैं और अगले 10 साल तक करता रहूंगा। यह फंड मेरी वेल्थ में कम से कम 4 करोड़ जोड़ने वाला है। मैंने अपनी पोर्टफोलियो वाली वीडियो में भी इस फंड के बारे में बात की थी।

मेरा पसंदीदा Mutual fund है मोतीलाल ओसवाल नैस्डैक 100। यह फंड यूएस की टॉप टेक कंपनीज में निवेश करता है। इन कंपनियों को बीट करना मुश्किल है और अगले 10 साल में यह फंड आपको कम से कम 20% का रिटर्न दे सकता है। इसका मतलब आपके पैसे हर 3.5 साल में डबल हो जाएंगे।

 समापन

उम्मीद है, इस ब्लॉग से आपको Mutual fund को समझने और सही फंड का चुनाव करने में मदद मिलेगी। याद रखें, निवेश करते समय हमेशा अपने लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता को ध्यान में रखें। खुशहाल निवेश करें और धन कमाएं!

इन्हें भी पढ़ें: Mutual Fund part 1: Its Advantages And Disadvantages

इन्हें भी पढ़ें: Mutual Fund part 2: Its Advantages And Disadvantages

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