New rules of IPL: Players can be banned for 2 years if they back out

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) क्रिकेट की दुनिया का सबसे बड़ा और रोमांचक टूर्नामेंट है, लेकिन इसके साथ कई विवाद भी जुड़े हैं। एक बड़ी समस्या यह रही है कि IPL के दौरान कई खिलाड़ी टीम से हट जाते थे, जिससे फ्रेंचाइजियों को काफी नुकसान उठाना पड़ता था। इस समस्या से निपटने के लिए अब बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) ने बड़ा और सख्त कदम उठाया है। नए नियम के तहत अगर कोई खिलाड़ी सीजन शुरू होने से पहले IPL से हटता है तो उसे अगले दो साल तक टूर्नामेंट में खेलने का मौका नहीं मिलेगा। यह नियम काफी सख्त है और IPL के ढांचे को और मजबूत करेगा।

क्या है यह नया नियम?

IPL के इस नए नियम के तहत अगर कोई खिलाड़ी बिना किसी वाजिब कारण के टूर्नामेंट से पहले या बीच में हटता है तो वह दो सीजन के लिए IPL से बाहर हो जाएगा। इसका मतलब यह है कि अगर कोई खिलाड़ी IPL 2025 सीजन से पहले हटता है तो वह 2026 और 2027 सीजन में भी हिस्सा नहीं ले पाएगा। यह नियम इसलिए लागू किया गया है ताकि खिलाड़ी और फ्रेंचाइजी के बीच भरोसा बना रहे और कोई भी खिलाड़ी आखिरी वक्त में टीम से गद्दारी न करे।

सनराइजर्स हैदराबाद का मामला और नया नियम

यह नियम खास तौर पर तब चर्चा में आया जब सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) ने इस मुद्दे को उठाया। अक्सर देखा गया है कि विदेशी खिलाड़ी या तो राष्ट्रीय कर्तव्य का हवाला देकर या फिर निजी कारणों से IPL से हट जाते हैं। इससे टीमों का संयोजन बिगड़ जाता है और उन्हें नए खिलाड़ियों की तलाश करनी पड़ती है। SRH के साथ ऐसा कई बार हो चुका है और इसीलिए उन्होंने BCCI से इस मुद्दे को सख्ती से उठाने की अपील की थी।

क्या कहते हैं पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान?

पूर्व भारतीय क्रिकेटर इरफान पठान ने भी इस नए नियम का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, मैं पिछले दो साल से इस मुद्दे पर बात कर रहा था। बीसीसीआई ने आखिरकार सही कदम उठाया है, जिससे IPL को मजबूती मिलेगी। इरफान पठान का मानना ​​है कि यह नियम उन खिलाड़ियों को रोकने में कारगर साबित होगा जो बिना किसी ठोस कारण के टूर्नामेंट छोड़कर चले जाते हैं।

विदेशी खिलाड़ियों पर खास असर

इस नियम का सबसे ज़्यादा असर विदेशी खिलाड़ियों पर पड़ेगा, क्योंकि अक्सर देखा गया है कि वे नेशनल ड्यूटी का बहाना बनाकर बीच सीजन में ही IPL छोड़ देते हैं। इससे न सिर्फ़ फ्रेंचाइज़ियों को नुकसान होता है, बल्कि टूर्नामेंट की क्वालिटी पर भी असर पड़ता है। बीसीसीआई के इस नए नियम से अब विदेशी खिलाड़ियों को भी अपनी प्राथमिकताएं तय करनी होंगी, नहीं तो उन्हें अगले दो साल तक IPL में जगह नहीं मिलेगी।

चोट या मेडिकल कारणों को छूट

हालांकि, चोट या मेडिकल कारणों से नाम वापस लेने वाले खिलाड़ियों पर यह नियम लागू नहीं होगा। अगर किसी खिलाड़ी को गंभीर चोट लगती है या मेडिकल इमरजेंसी होती है तो वह खिलाड़ी टूर्नामेंट से नाम वापस ले सकता है और उस पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। इसके लिए खिलाड़ी को अपने होम बोर्ड से अनुमति लेनी होगी और बीसीसीआई को सूचित करना होगा।

नए नियमों के फायदे

इस नए नियम से IPL की संरचना में कई सकारात्मक बदलाव होंगे।

  1. फ्रेंचाइजियों को मिलेगा स्थायित्व: इससे फ्रेंचाइजियों को खिलाड़ियों के पीछे हटने की समस्या से निजात मिलेगी। फ्रेंचाइजियां अब स्थिरता के साथ अपनी टीम बना सकेंगी और खिलाड़ियों के आखिरी समय में पीछे हटने से होने वाले नुकसान से बच सकेंगी।
  2. आईपीएल की विश्वसनीयता में इजाफा: इस नियम से आईपीएल की विश्वसनीयता भी बढ़ेगी। खिलाड़ी अब टूर्नामेंट को अधिक जिम्मेदारी और गंभीरता से लेंगे।
  3. खिलाड़ियों का पेशेवर दृष्टिकोण: खिलाड़ी अब आईपीएल में भाग लेने के लिए अधिक पेशेवर दृष्टिकोण अपनाएंगे, जिससे टूर्नामेंट की गुणवत्ता और बढ़ेगी।

आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन के नियम

इस नए नियम के साथ-साथ, बीसीसीआई ने आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन को लेकर भी कुछ नए नियम लागू किए हैं।

  1. छह खिलाड़ी रिटेन करने की अनुमति: अब प्रत्येक फ्रैंचाइज़ को छह खिलाड़ियों को बनाए रखने की अनुमति होगी, जिसमें पांच अंतरराष्ट्रीय और एक अनकैप्ड खिलाड़ी शामिल हो सकते हैं। इससे फ्रैंचाइज़ियों को अपने मुख्य खिलाड़ियों को बनाए रखने में मदद मिलेगी।
  2. बजट में बढ़ोतरी: टीमों की पर्स सीमा 100 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 120 करोड़ रुपये कर दी गई है, जिससे फ्रेंचाइजियों को अधिक खिलाड़ी खरीदने का मौका मिलेगा।
  3. राइट टू मैच कार्ड: मेगा नीलामी में टीमों को राइट टू मैच कार्ड भी दिया जाएगा, जिससे वे अपनी टीम में छह से अधिक खिलाड़ियों को शामिल कर सकेंगे।

विदेशी खिलाड़ियों की भूमिका

इस नए नियम का असर विदेशी खिलाड़ियों पर भी पड़ेगा। सनराइजर्स हैदराबाद जैसी टीमें, जिनके पास बहुत सारे विदेशी खिलाड़ी हैं, अब उन खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती हैं जिन्हें वे महत्वपूर्ण मानते हैं। इससे टीमों को अपने महत्वपूर्ण विदेशी खिलाड़ियों को रिटेन करने का मौका मिलेगा।

फ्रेंचाइजियों की रणनीति

इस नए नियम के बाद फ्रेंचाइजियों की रणनीति में भी बदलाव हो सकता है। अब फ्रेंचाइजियां अपने खिलाड़ियों को बेहतर तरीके से मैनेज करेंगी और उन्हें बीच सीजन में टीम छोड़ने से रोकने के उपाय करेंगी। इससे खिलाड़ियों और फ्रेंचाइजियों के बीच बेहतर तालमेल बनेगा।

निष्कर्ष

आईपीएल 2025 के लिए लागू किए गए ये नए नियम निश्चित रूप से टूर्नामेंट को और भी मजेदार और पेशेवर बनाएंगे। खिलाड़ियों में अनुशासन और फ्रेंचाइजियों की योजना में स्थिरता आएगी। बीसीसीआई के इस कदम से आईपीएल का ढांचा और मजबूत होगा और दर्शकों को भी बेहतर और उच्च गुणवत्ता वाला टूर्नामेंट देखने को मिलेगा।

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