UPI Payments Changes: Things to Note from February 1

कोरोना के बाद ऑनलाइन पेमेंट बहुत ज्यादा बढ़ गया है। अब हर कोई UPI Payment (यूनाइटेड पेमेंट इंटरफेस) से पेमेंट करता है। रिक्शा, मेट्रो, सब्जी की दुकान—हर जगह यूपीआई का इस्तेमाल हो रहा है। डिजिटल पेमेंट लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है, क्योंकि यह कैश से ज्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक है। लेकिन अगर आप भी UPI Payment से पैसे भेजते या रिसीव करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है।

नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने 1 फरवरी 2025 से कुछ यूपीआई ट्रांजैक्शन पर रोक लगाने का फैसला किया है। नए नियम के अनुसार, अगर आपकी यूपीआई आईडी में स्पेशल कैरेक्टर (@, #, $, % आदि) हैं, तो वह 1 फरवरी के बाद काम नहीं करेगी। अब सिर्फ अक्षर और नंबर वाली आईडी ही मान्य होगी। इसका मतलब है कि जिन लोगों ने अब तक अपनी UPI Payment आईडी अपडेट नहीं की है, उन्हें जल्द से जल्द यह बदलाव करना होगा।

UPI Payment का बढ़ता चलन

यूपीआई ने पैसे के लेन-देन को बहुत आसान बना दिया है। दिसंबर 2024 तक 16.73 बिलियन लोग यूपीआई का इस्तेमाल कर रहे थे। पिछले कुछ महीनों में इसमें 8% की बढ़ोतरी हुई है। भारत के बड़े शहरों में यूपीआई ट्रांजैक्शन सबसे ज्यादा होते हैं। छोटे शहरों और गांवों में भी अब लोग यूपीआई को अपनाने लगे हैं, जिससे डिजिटल लेन-देन का विस्तार तेजी से हो रहा है।

पिछले कुछ वर्षों में लोगों ने कैश की जगह डिजिटल पेमेंट को ज्यादा प्राथमिकता देना शुरू कर दिया है। खासकर छोटे व्यापारियों, स्ट्रीट वेंडर्स, और ऑनलाइन खरीदारी करने वालों के लिए यूपीआई बहुत उपयोगी साबित हुआ है। यह न केवल ट्रांजैक्शन को तेज बनाता है, बल्कि कैश रखने और संभालने की झंझट को भी कम करता है।

NPCI का नया नियम क्यों?

NPCI ने UPI Payment ऑपरेटर्स को यह साफ-साफ बता दिया है कि अब से यूपीआई आईडी में सिर्फ अक्षर और नंबर होने चाहिए। अगर कोई ऐप या पेमेंट गेटवे इस नियम को नहीं मानेगा, तो उसे यूपीआई से पेमेंट करने की अनुमति नहीं मिलेगी। इस नियम को लागू करने के पीछे NPCI का मकसद डिजिटल पेमेंट सिस्टम को ज्यादा सुरक्षित और संगठित बनाना है।

यूपीआई आईडी में स्पेशल कैरेक्टर को हटाने का कारण यह है कि कई बार इनका गलत इस्तेमाल किया जाता है, जिससे फ्रॉड और धोखाधड़ी की संभावना बढ़ जाती है। अल्फा-न्यूमेरिक आईडी सिस्टम से पेमेंट प्रोसेस को ज्यादा सरल और सुरक्षित बनाया जा सकता है।

विदेशों में भी हो रहा है UPI Payment का इस्तेमाल

भारत में नोटबंदी के बाद से डिजिटल पेमेंट बढ़ा है। अब तो श्रीलंका, भूटान, यूएई, मॉरीशस और फ्रांस जैसे देशों में भी यूपीआई से पेमेंट किया जा रहा है। NPCI पहले ही यूजर्स को बता चुका था कि वे अपनी UPI Payment आईडी से स्पेशल कैरेक्टर हटा लें। अब जो लोग इसे नहीं मानेंगे, उनकी आईडी ब्लॉक कर दी जाएगी।

भारत सरकार भी यूपीआई को ग्लोबल पेमेंट सिस्टम में शामिल करने की दिशा में काम कर रही है। आने वाले समय में और भी कई देश इसे अपनाने की योजना बना रहे हैं, जिससे भारतीय ट्रैवलर्स और विदेशों में रहने वाले भारतीयों को फायदा होगा।

अब आपको क्या करना चाहिए?

अगर आप UPI Payment इस्तेमाल करते हैं, तो अपनी आईडी तुरंत चेक करें। अगर उसमें कोई स्पेशल कैरेक्टर है, तो उसे हटा दें। वरना 1 फरवरी के बाद आपका यूपीआई पेमेंट रुक सकता है।

इसके अलावा, अगर आप UPI Payment के जरिए पेमेंट करते हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि आपका बैंक अकाउंट और UPI Payment ऐप अपडेटेड हो। अगर आपका ऐप पुराना है, तो उसमें कुछ फीचर्स काम नहीं कर सकते हैं।

डिजिटल इंडिया को सुरक्षित और आसान बनाने के लिए यह जरूरी बदलाव किया जा रहा है। अगर आप UPI Payment यूजर हैं, तो इन नए नियमों को ध्यान में रखें और अपनी आईडी अपडेट कर लें। इस बदलाव से डिजिटल पेमेंट सिस्टम और ज्यादा सुरक्षित और तेज़ बनेगा, जिससे सभी को फायदा होगा।

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