पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) को सबसे सुरक्षित निवेश विकल्पों में से एक माना जाता है. इस पर न सिर्फ़ भारी ब्याज मिलता है, बल्कि टैक्स सेविंग का भी फ़ायदा मिलता है. यही वजह है कि लोग अपने बच्चों के नाम पर भी PPF अकाउंट खुलवाते हैं, ताकि उनका भविष्य सुरक्षित रहे. लेकिन अब पीपीएफ से जुड़े कुछ अहम नियमों में बदलाव किया गया है, जिसका आपकी निवेश योजनाओं पर बड़ा असर पड़ सकता है.
नए PPF नियम और उनका असर
1. बच्चों के नाम पर PPF अकाउंट खुलवाने पर बदलाव
पहले कई लोग अपने बच्चों के नाम पर PPF अकाउंट खुलवाते थे, ताकि उनके भविष्य के लिए बेहतर ब्याज दरों का फ़ायदा उठाया जा सके. लेकिन नए नियमों के मुताबिक, अगर किसी नाबालिग के नाम पर PPF अकाउंट खुलवाया जाता है, तो 18 साल की उम्र तक उस अकाउंट पर पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट की दर से ही ब्याज मिलेगा, जो कि अभी 4% है।
पीपीएफ की मौजूदा दर (7.1%) का लाभ 18 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद ही मिलेगा। यह उन लोगों के लिए बड़ा झटका होगा जो अपने बच्चों के लिए निवेश करते हैं, क्योंकि अब उन्हें उतना लाभ नहीं मिलेगा, जितना कि उम्मीद थी। साथ ही, खाता तभी परिपक्व होगा जब बच्चा 18 वर्ष का हो जाएगा, यानी 15 वर्ष की परिपक्वता अवधि के अनुसार, अब परिपक्वता 33 वर्ष मानी जाएगी।
2. एक से अधिक पीपीएफ खाते रखने वालों के लिए नियम
यदि आपके पास एक से अधिक पीपीएफ खाते हैं, तो नए नियम के तहत आपको केवल एक “प्राथमिक खाता” चुनना होगा। आपको इस प्राथमिक खाते पर ही पीपीएफ की दर से ब्याज मिलेगा, बशर्ते कि इसमें जमा की जाने वाली राशि वार्षिक सीमा (₹1.5 लाख) के भीतर हो।
यदि किसी अन्य खाते में पैसा जमा किया जाता है, तो उसे प्राथमिक खाते में स्थानांतरित कर दिया जाएगा, और शेष अतिरिक्त राशि बिना ब्याज के वापस कर दी जाएगी। इसका मतलब यह है कि यदि आपके पास एक से अधिक पीपीएफ खाते हैं, तो अब आपको केवल एक खाते पर ही ब्याज मिलेगा।
3. NRI खाताधारकों के लिए नया नियम
अगर आप PPF खाते के दौरान NRI बन जाते हैं, तो आपको 30 सितंबर 2024 तक सिर्फ़ पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट की ब्याज दर का ही लाभ मिलेगा. इसके बाद आपके PPF खाते पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा. यह नियम उन सभी NRI खाताधारकों पर लागू होगा, जिनका PPF खाता 1968 के बाद खुला है.
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क्या ये बदलाव आपके लिए सही हैं?
विशेषज्ञों के अनुसार, सरकार अब बच्चों के नाम पर PPF खाते खोलने को हतोत्साहित करना चाहती है, क्योंकि इन खातों से अब उतना मुनाफ़ा नहीं मिलेगा, जितना पहले मिलता था. इसके अलावा, एक से ज़्यादा PPF खाते रखने का कोई फ़ायदा नहीं है. अगर आप बच्चों के भविष्य के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो आपको अब दूसरे निवेश विकल्पों पर विचार करना चाहिए, जो बेहतर रिटर्न और सुविधाएँ दे सकें.
निष्कर्ष
इन नए नियमों के साथ, PPF खाताधारकों को अपनी निवेश रणनीति पर फिर से विचार करना होगा. ख़ास तौर पर अगर आपने बच्चों के नाम पर PPF खाता खोला है, तो आपको इस बदलाव के हिसाब से अपने निवेश की योजना बनानी होगी. अन्यथा, यह आपके लिए लाभ की बजाय नुकसान साबित हो सकता है।
क्या आपके पास एक से अधिक पीपीएफ खाते हैं? क्या आप अपने बच्चों के लिए पीपीएफ में निवेश कर रहे थे? इन बदलावों के बारे में आपका क्या विचार है? हमें नीचे टिप्पणी में बताएं।