Sanju Samson का नाम भारतीय क्रिकेट में उभरते सितारे के तौर पर देखा जाता है। उनकी प्रतिभा और हुनर को न केवल प्रशंसकों ने बल्कि क्रिकेट के बड़े दिग्गजों ने भी सराहा है। हालांकि, हाल के दिनों में उनकी किस्मत बहुत अच्छी नहीं रही है। चाहे दलीप ट्रॉफी में चयन हो या भारतीय टीम से बाहर होना, हर बार ऐसा लगता है कि संजू की किस्मत उनके साथ नहीं है। इस ब्लॉग में हम Sanju Samson के हालिया अनुभवों और उनके चयन पर चर्चा करेंगे।
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संजू सैमसन का संघर्ष
Sanju Samson का क्रिकेट करियर शुरू से ही संघर्ष से भरा रहा है। उन्होंने भारतीय क्रिकेट में अपनी जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है। कई बार ऐसा हुआ है जब बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद उन्हें नजरअंदाज किया गया। हाल ही में Sanju Samson ने दलीप ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन इसके बावजूद उन्हें शेष भारत की टीम में जगह नहीं मिली। इस चयन को लेकर फैंस और क्रिकेट विशेषज्ञों में काफी निराशा है।
दलीप ट्रॉफी में संजू का प्रदर्शन
Sanju Samson ने दुलीप ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने चार पारियों में दो बार शतक और 40+ स्कोर बनाकर साबित कर दिया कि वे बड़े मैच के खिलाड़ी हैं। उन्होंने 196 रन बनाए और उनका स्ट्राइक रेट दूसरा सबसे ज़्यादा रहा। फिर भी उन्हें शेष भारत की टीम में मौका नहीं मिला। यह वाकई आश्चर्यजनक है कि इतना अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी उन्हें नज़रअंदाज़ किया गया।
ईरानी ट्रॉफी में संजू को मौका क्यों नहीं मिला?
बीसीसीआई ने हाल ही में ईरानी ट्रॉफी के लिए रेस्ट ऑफ इंडिया टीम की घोषणा की, जिसमें Sanju Samson को जगह नहीं मिली। इस टीम में साई सुदर्शन, ध्रुव जरेल, ईशान किशन जैसे खिलाड़ियों को मौका दिया गया, लेकिन संजू का नाम लिस्ट में नहीं था। अब सवाल उठता है कि क्या संजू को दरकिनार किया जा रहा है या उनकी किस्मत खराब है?
संजू के फैंस की नाराजगी
Sanju Samson के फैंस इस बार बीसीसीआई के चयन से काफी नाराज हैं। फैंस का मानना है कि जब भी संजू को मौका मिला, उन्होंने अपने खेल से साबित कर दिया कि वह टीम में रहने के हकदार हैं। फिर भी उन्हें बार-बार नजरअंदाज किया जा रहा है। फैंस का कहना है कि जब भी Sanju Samson किसी बड़े टूर्नामेंट में खेलते हैं, तो वह बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब होते हैं, फिर भी उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाता है। यह सिलसिला काफी समय से चल रहा है, जो अब फैंस के लिए निराशाजनक है।
रेड बॉल क्रिकेट में संजू को आजमाने की कमी
एक और बड़ा सवाल यह है कि Sanju Samson को कभी भी रेड बॉल क्रिकेट में पूरी तरह से क्यों नहीं आजमाया गया? उन्हें अक्सर टी20 फॉर्मेट का खिलाड़ी माना जाता है, लेकिन जब भी उन्हें वनडे या टेस्ट में मौका मिला है, उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया है। उनके खेल में क्लास और तकनीक है, लेकिन फिर भी वे भारतीय टीम में जगह नहीं बना पा रहे हैं। सवाल उठता है कि क्या चयनकर्ताओं के पास Sanju Samson के लिए कोई योजना है या उन्हें सिर्फ़ एक विकल्प के तौर पर देखा जाता है?
चयन प्रक्रिया पर सवाल
Sanju Samson के मामले में चयन प्रक्रिया पर कई सवाल उठ रहे हैं। दलीप ट्रॉफी में आठ विकेटकीपर चुने गए, लेकिन उनमें संजू का नाम नहीं था। यह वाकई चौंकाने वाली बात है। उनके प्रशंसकों और विशेषज्ञों का कहना है कि अगर संजू को सही मौका दिया जाए तो वे भारतीय क्रिकेट में बड़ा नाम बन सकते हैं। लेकिन जब तक चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं आएगी, तब तक ऐसे खिलाड़ियों को दरकिनार किया जाता रहेगा।
संजू के भविष्य की चुनौतियां
अब Sanju Samson के सामने एक बड़ा सवाल यह है कि वह अपने करियर को कैसे संभालेंगे। क्या वह खुद को सिर्फ टी20 तक सीमित रखेंगे, या फिर वनडे और टेस्ट में भी अपनी जगह बनाएंगे? यह उनके प्रशंसकों और क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बड़ा सवाल है। बीसीसीआई को भी इस बारे में सोचना होगा कि ऐसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी को सही मौका कैसे दिया जाए, ताकि वह अपने करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जा सके।
संजू सैमसन के लिए आगे की राह
अब सवाल यह उठता है कि Sanju Samson को आगे क्या करना चाहिए। क्या उन्हें अपने क्रिकेट कौशल को निखारना चाहिए या अपनी रणनीति बदलनी चाहिए? संजू में प्रतिभा है, लेकिन उन्हें एक मजबूत रणनीति और चयन प्रक्रिया में विश्वास की आवश्यकता है। उनके हालिया फॉर्म और प्रदर्शन को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि वे भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हो सकते हैं।
निष्कर्ष
Sanju Samson का क्रिकेट करियर अब ऐसे मोड़ पर है जहां उन्हें सही फैसला लेने की जरूरत है। बीसीसीआई को भी समझना होगा कि ऐसे खिलाड़ियों को सही मौके देने से भारतीय क्रिकेट को फायदा होगा। संजू के चाहने वालों के लिए यह समय भले ही निराशाजनक हो, लेकिन उम्मीद है कि आने वाले दिनों में Sanju Samson का प्रदर्शन चयनकर्ताओं को उन्हें नजरअंदाज न करने पर मजबूर कर देगा।
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