यह सवाल आजकल क्रिकेट फैंस और विशेषज्ञों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। Yashasvi Jaiswal, जिन्हें टी20 क्रिकेट का स्थायी खिलाड़ी माना जाता है, को इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में हुई टी20 सीरीज में खेलने का मौका नहीं दिया गया। Yashasvi Jaiswal के खेलने की क्षमता और उनकी पिछली परफॉर्मेंस को देखते हुए यह फैसला थोड़ा चौंकाने वाला है।
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टी20 में चयन नहीं, वनडे में अनिश्चितता
Yashasvi Jaiswal के टी20 टीम में चयन न होने का मुख्य कारण हाल ही में अभिषेक शर्मा और संजू सैमसन की ओपनिंग में शानदार प्रदर्शन रहा है। दोनों खिलाड़ियों ने लेफ्ट-राइट हैंड कॉम्बिनेशन का बेहतरीन उपयोग किया और टीम के लिए अहम पारियां खेलीं।
अभिषेक शर्मा, जिनमें टी20 का गजब का पोटेंशियल है, और संजू सैमसन, जिन्होंने अपनी पिछली पांच पारियों में तीन शतक लगाए हैं, ने चयनकर्ताओं को प्रभावित किया है। इसके चलते Yashasvi Jaiswal को टीम में शामिल नहीं किया गया।
वनडे टीम में Yashasvi Jaiswal का नाम जरूर चर्चा में है, लेकिन रोहित शर्मा के रिटायरमेंट की घोषणा न करने से Yashasvi Jaiswal को केवल बैकअप ओपनर के तौर पर टीम में शामिल किया जा सकता है। शुभमन गिल, जिनका औसत 50 से ज्यादा है, पिछले कुछ समय से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और टीम के प्राथमिक ओपनर बने हुए हैं।
बिना मैच खेले चैंपियंस ट्रॉफी?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि Yashasvi Jaiswal को इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में मौका नहीं मिलता, तो क्या उन्हें बिना किसी प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेले ही सीधे चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम में शामिल किया जाएगा? क्रिकेट विशेषज्ञ मानते हैं कि Yashasvi Jaiswal एक इम्पैक्ट प्लेयर हैं, लेकिन लगातार खेल के अभाव में उनकी फॉर्म पर असर पड़ सकता है।
Yashasvi Jaiswal की काबिलियत और रिकॉर्ड
Yashasvi Jaiswal के रिकॉर्ड पर नजर डालें, तो वह वनडे फॉर्मेट में चयन के लिए मजबूत दावेदार हैं। उनका लिस्ट ए करियर बेहद प्रभावशाली है:
- 32 मैचों में 1511 रन
- 5 शतक और 7 अर्धशतक
- बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 391 रन, जिसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल थे।
Yashasvi Jaiswal ने अपनी बल्लेबाजी से यह साबित किया है कि वह दबाव में भी शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं। वह न केवल भारत के लिए बड़े मैच विनर बनकर उभरे हैं, बल्कि टेस्ट क्रिकेट में भी उनकी रैंकिंग भारत के अन्य बल्लेबाजों से बेहतर है।
प्रतिस्पर्धा बढ़ी, मौका कम
टी20 फॉर्मेट में अब Yashasvi Jaiswal के लिए प्रतिस्पर्धा और कठिन हो गई है। अभिषेक शर्मा और संजू सैमसन ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से चयनकर्ताओं को प्रभावित किया है। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में यदि ये दोनों खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो जयसवाल के लिए टीम में वापसी करना और भी चुनौतीपूर्ण हो जाएगा।
यहां तक कि वनडे में भी Yashasvi Jaiswal को प्लेइंग इलेवन में जगह पक्की करने के लिए गिल और अन्य खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करनी पड़ेगी।
चयन को लेकर उठ रहे सवाल
Yashasvi Jaiswal के चयन को लेकर क्रिकेट जगत में कई सवाल खड़े हो रहे हैं। कई पूर्व क्रिकेटरों और विशेषज्ञों का मानना है कि Yashasvi Jaiswal को मौका मिलना चाहिए, क्योंकि वह उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं जो खेल का रुख पलटने की क्षमता रखते हैं।
हालांकि, चयनकर्ताओं का मानना है कि टीम में संतुलन बनाए रखने के लिए खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन और टीम कॉम्बिनेशन के आधार पर ही मौका दिया जाना चाहिए।
क्या हो सकता है आगे?
यह देखना दिलचस्प होगा कि जयसवाल का डेब्यू वनडे क्रिकेट में कब और कैसे होता है। इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में केवल तीन मैच हैं, और टीम में पहले से ही कई मजबूत बल्लेबाज मौजूद हैं। ऐसे में जयसवाल को प्लेइंग इलेवन में जगह मिलना मुश्किल लग रहा है।
चैंपियंस ट्रॉफी से पहले यदि जयसवाल को किसी प्रतिस्पर्धी मैच में खेलने का मौका नहीं मिलता, तो यह उनके लिए एक लंबा ब्रेक होगा। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या उन्हें बिना किसी तैयारी के इतने बड़े टूर्नामेंट में शामिल करना सही होगा?
निष्कर्ष
यशस्वी जयसवाल भारत के सबसे प्रतिभाशाली युवा बल्लेबाजों में से एक हैं। उनकी काबिलियत और रिकॉर्ड पर किसी को शक नहीं है। लेकिन चयनकर्ताओं की रणनीति और टीम के संतुलन को देखते हुए, उन्हें टीम में जगह बनाने के लिए लगातार प्रदर्शन करना होगा।
आने वाले समय में जयसवाल के करियर का रुख क्या होगा, यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करेगा कि उन्हें खेलने का मौका कब और कहां मिलता है। फैंस को उम्मीद है कि जयसवाल जल्द ही भारतीय क्रिकेट में अपनी जगह पक्की करेंगे और चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के लिए एक बड़ा नाम बनकर उभरेंगे।
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