एक समय था जब Virat Kohli को क्रिकेट की दुनिया में सबसे कंसिस्टेंट बल्लेबाज माना जाता था। उनके खेल की तुलना चीते की चाल और बाज की नजर से की जाती थी। लेकिन 2024 का साल Virat Kohli के लिए एक बुरा सपना साबित हो रहा है। भारतीय क्रिकेट टीम के इस स्टार बल्लेबाज के लिए यह साल हर फॉर्मेट में निराशा लेकर आया है।
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2024: प्रदर्शन पर सवालिया निशान
Virat Kohli का 2024 का प्रदर्शन अब तक बेहद खराब रहा है। चाहे टेस्ट हो, वनडे हो या टी20, किसी भी फॉर्मेट में उनका बल्ला नहीं चला। सबसे ज्यादा उम्मीदें उनसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में थीं, लेकिन फैंस और टीम को उनकी बल्लेबाजी ने निराश किया।
फोर्थ टेस्ट मैच में कोहली से काफी उम्मीदें थीं क्योंकि भारतीय टीम एक अहम मोड़ पर थी। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के शानदार प्रदर्शन के बाद मैच भारतीय टीम की पकड़ में लग रहा था। लेकिन कोहली सिर्फ 12 गेंदों पर 5 रन बनाकर आउट हो गए।
साल 2024 के आंकड़े
आइए, उनके इस साल के आंकड़ों पर नजर डालते हैं:
- टी20: 180 रन, औसत: 18
- वनडे: 58 रन, औसत: 19
- टेस्ट: 255 रन, औसत: 21
इन आंकड़ों को देखकर साफ पता चलता है कि कोहली का प्रदर्शन 2024 में उनके करियर के किसी भी साल से बदतर रहा है। खासतौर पर टी20 और वनडे में उनका औसत उनकी प्रतिष्ठा के अनुकूल नहीं है।
ऑस्ट्रेलिया में विराट की कठिनाई
ऑस्ट्रेलिया में कोहली के लिए इस बार का दौरा बेहद मुश्किल रहा। चौथे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज जोश हेजलवुड ने उन्हें 10वीं बार आउट किया। यह दर्शाता है कि हेजलवुड के खिलाफ कोहली को खेलने में दिक्कत हो रही है। पिछले 9 पारियों में कोहली ने सिर्फ 174 रन बनाए हैं, जिसमें एक अर्धशतक शामिल है।
पिछली पांच टेस्ट पारियों में उन्होंने 20 का स्कोर तक पार नहीं किया। उनके स्कोर रहे:
- 5 रन
- 1 रन
- 4 रन
- 17 रन
- 1 रन
स्ट्राइक रेट और औसत में गिरावट
कोहली का स्ट्राइक रेट और औसत दोनों इस साल चर्चा का विषय बने हुए हैं।
- वनडे और टी20 में उनके प्रदर्शन से फैंस को काफी निराशा हुई।
- टेस्ट क्रिकेट में उनका औसत 21 तक गिर गया है।
यह आंकड़े Virat Kohli जैसे खिलाड़ी के लिए अप्रत्याशित हैं।
क्या बदल रहा है कोहली का करियर ग्राफ?
अगर हम कोहली के पिछले सालों का विश्लेषण करें, तो 2016 से 2019 तक उनका करियर शानदार रहा:
- 2016 में औसत: 86
- 2017 में औसत: 68
- 2018 में औसत: 68
- 2019 में औसत: 64
लेकिन 2020 के बाद से उनके प्रदर्शन में गिरावट आई है।
- 2020: 36
- 2021: 37
- 2022: 38
- 2023: कुछ सुधार, लेकिन 2024 फिर निराशाजनक रहा।
हेजलवुड और अन्य गेंदबाजों का दबदबा
Virat Kohli को आउट करने वाले प्रमुख गेंदबाजों की सूची में जोश हेजलवुड का नाम शामिल हो चुका है।
- हेजलवुड: 10 बार
- जेम्स एंडरसन: 10 बार
- मोइन अली: 10 बार
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों में हेजलवुड के अलावा पैट कमिंस और एडम ज़ंपा ने भी उन्हें बार-बार परेशान किया है।
कोहली से उम्मीदें क्यों ज्यादा थीं?
कोहली के फैंस हमेशा से उम्मीद करते हैं कि वह मुश्किल परिस्थितियों में टीम को जीत दिलाएंगे। लेकिन 2024 में उनका खराब प्रदर्शन हर किसी को निराश कर गया। रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में कोहली से और भी ज्यादा जिम्मेदारी की उम्मीद थी। लेकिन वह इन उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे।
क्या 2024 को भूलना चाहेंगे विराट?
2024 का साल Virat Kohli के लिए बुरे सपने जैसा रहा।
- पिछली नौ पारियों में सिर्फ एक अर्धशतक
- कई बार सिंगल डिजिट पर आउट हुए।
- रन न बना पाने का दबाव उनके खेल पर साफ दिखा।
गंभीर का आना और कोहली की फॉर्म
गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद से कोहली के प्रदर्शन पर और सवाल उठने लगे हैं। 14 मैचों में सिर्फ 255 रन और 19 का औसत, यह आंकड़े एक बड़े खिलाड़ी के लिए सही नहीं हैं।
आगे का रास्ता
Virat Kohli जैसे खिलाड़ी का खराब दौर हमेशा चर्चा का विषय बनता है। उनकी कड़ी मेहनत और मैदान पर उनका जुनून उनके फैंस को उनसे जोड़े रखता है। लेकिन अगर भारतीय टीम को सीरीज जीतनी है, तो कोहली को अपनी फॉर्म में वापस आना होगा।
निष्कर्ष
2024 में Virat Kohli का प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट के लिए चेतावनी है। बड़े खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन से टीम की सफलता पर असर पड़ता है। Virat Kohli को एक बार फिर अपनी पुरानी फॉर्म हासिल करनी होगी। उनके प्रशंसक और पूरी टीम उनसे यही उम्मीद करती है। आने वाले मैचों में यह देखना दिलचस्प होगा कि Virat Kohli इस बुरे दौर से बाहर आ पाते हैं या नहीं। भारतीय क्रिकेट को उनकी जरूरत है और वह जानते हैं कि उनकी वापसी से टीम को कितनी मजबूती मिलेगी। कोहली के लिए विराट बनने का समय आ गया है।
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