परिचय
डोनाल्ड ट्रंप, जो अमेरिका में प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट हैं रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से, हाल ही में एक एसासिनेशन अटेम्प्ट का शिकार हुए। इस घटना के बाद Bitcoin की कीमतों में वृद्धि देखी गई। इस ब्लॉग पोस्ट में हम इस घटना और उसके प्रभावों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, साथ ही यह समझने की कोशिश करेंगे कि ट्रंप के चुनाव जीतने और बिटकॉइन की कीमतों के बीच क्या कनेक्शन है।
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एसासिनेशन अटेम्प्ट और Bitcoin की प्रतिक्रिया
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप पर एक एसासिनेशन अटेम्प्ट हुआ, जिसमें गोली उनके कान को छूती हुई निकल गई। यह घटना ट्रंप के चुनावी अभियान के दौरान हुई और इसके तुरंत बाद बिटकॉइन की कीमतों में अचानक वृद्धि देखी गई। बिटकॉइन की कीमत 3 से 4% बढ़ गई और फिर 5 से 6% तक ऊपर चली गई। $600 को Bitcoin ने दोबारा से क्रॉस किया।
ट्रंप के चुनावी चांसेस और Bitcoin की बढ़त
इस घटना के बाद, रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप के इलेक्ट होने के चांसेस काफी ज्यादा बढ़ गए हैं। ट्रंप क्रिप्टो में इन्वेस्टेड हैं और उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि अगर वे प्रेसिडेंट बनते हैं तो वे यूएस के क्रिप्टो प्रेसिडेंट होंगे। ट्रंप ने यह भी कहा है कि वे चाहते हैं कि जितने भी Bitcoin अब माइन होने बचे हैं, उन्हें यूएस में ही माइन होना चाहिए।
Bitcoin कॉन्फ्रेंस और ट्रंप की भूमिका
27 जुलाई को यूएस में दुनिया की सबसे बड़ी बिटकॉइन कॉन्फ्रेंस होगी और ट्रंप उसमें एज अ स्पीकर पार्टिसिपेट कर रहे हैं। यह दिन क्रिप्टो के लिए महत्वपूर्ण होगा क्योंकि ट्रंप की स्पीच Bitcoin कॉन्फ्रेंस में करीब 30 मिनट की होगी। ट्रंप क्रिप्टो में डोनेशन एक्सेप्ट कर रहे हैं और क्रिप्टो माइनिंग को लेकर उनके विचार स्पष्ट हैं।
ट्रंप का क्रिप्टो को समर्थन
ट्रंप ने पिछले महीने कहा था कि यूएस में Bitcoin को जितना प्रेस किया जा रहा है, उससे चाइना और रशिया को ही फायदा हो रहा है। ट्रंप ने ओपनली क्रिप्टो को सपोर्ट करना शुरू किया है, जिससे बाइडन एडमिनिस्ट्रेशन भी क्रिप्टो को लेकर थोड़ा ढीला पड़ा है। यूएस में अब लोगों को लग रहा है कि ट्रंप प्रेसिडेंट बन सकते हैं, जिससे क्रिप्टो मार्केट में भी उछाल आ सकता है।
बाइडन एडमिनिस्ट्रेशन और क्रिप्टो
बाइडन एडमिनिस्ट्रेशन ने क्रिप्टो को ब्लॉक कर रखा था, लेकिन ट्रंप के क्रिप्टो को सपोर्ट करने के बाद वे भी क्रिप्टो को लेकर थोड़े सकारात्मक हो गए हैं। बाइडन के प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट के रूप में कमला हैरिस को देखा जा रहा है, जो डेमोक्रेट कैंडिडेट हो सकती हैं।
एक्सपर्ट्स की राय
कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि ट्रंप के प्रेसिडेंट बनने से क्रिप्टो इको सिस्टम को बहुत फायदा होगा। ट्रंप की खुद की एनएफटी कलेक्शन है और वे क्रिप्टो को अच्छी तरह से समझते हैं। ट्रंप ने यह भी कहा है कि वे क्रिप्टो को कभी भी लीगल टेंडर नहीं होने देंगे, लेकिन वे डॉलर की सुप्रीमेसी को बनाए रखेंगे।
ट्रंप का विजन
ट्रंप का मानना है कि क्रिप्टो एक इनोवेशन है और वे इसे स्टोर ऑफ वैल्यू, ईटीएफ और लेंडिंग-बोरोंग के रूप में देख सकते हैं। वे चाहते हैं कि क्रिप्टो के नॉन थ्रेटनिंग एस्पेक्ट्स को सपोर्ट किया जाए, लेकिन वे इसे मोड ऑफ पेमेंट के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे।
अमेरिकी नीति और क्रिप्टो
यूएस की क्रिप्टो पॉलिसी में ट्रंप के चुनाव जीतने पर बदलाव आ सकते हैं। अगर यूएस में क्रिप्टो से संबंधित कुछ भी नीति बदलती है, तो इसका प्रभाव अन्य देशों में भी पड़ सकता है। हो सकता है कि इंडिया में भी कुछ क्रिप्टो से संबंधित पॉजिटिव स्टेप्स देखने को मिलें।
निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप के चुनावी चांसेस और Bitcoin की बढ़ती कीमतों के बीच का कनेक्शन स्पष्ट है। ट्रंप का क्रिप्टो को सपोर्ट करना और उनके प्रेसिडेंट बनने के चांसेस क्रिप्टो मार्केट के लिए सकारात्मक संकेत हैं। आने वाले महीनों में क्रिप्टो मार्केट में और उछाल देखने को मिल सकता है, खासकर नवंबर में होने वाले इलेक्शंस और बिटकॉइन के बुल रन के कारण।
आगे का रास्ता
अगर ट्रंप प्रेसिडेंट बनते हैं, तो क्रिप्टो वर्ल्ड के लिए यह एक बड़ा पॉजिटिव चेंज होगा। यूएस की क्रिप्टो कम्युनिटी ट्रंप को पूरी तरह सपोर्ट कर रही है और उन्हें लगता है कि ट्रंप ही क्रिप्टो को आगे ले जा सकते हैं। बाइडन एडमिनिस्ट्रेशन की नीतियों के विपरीत, ट्रंप का विजन क्रिप्टो के लिए सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
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