बजट के दूसरे दिन जब हर कोई लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स और शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स पर बहस करने में व्यस्त था, तब Suzlon के निवेशक चुपचाप बैठे अपने शेयरों में हर दिन अपर सर्किट लगने का इंतजार कर रहे थे। 24 जुलाई को सुजलॉन के शेयर 5% के अपर सर्किट के साथ ₹6.72 पर बंद हुए। इस तेजी की वजह जानने से पहले आइए जानते हैं सुजलॉन के शेयरों में हाल ही में हुई हलचल और इसके पीछे की संभावित वजहें।
Suzlon के शेयर की हाल की परफॉर्मेंस
Suzlon एक विंड टर्बाइन बनाने वाली कंपनी है। नतीजों के ऐलान के बाद से इसके शेयरों में लगातार दूसरे दिन अपर सर्किट लगा है। आज इसके शेयरों में अपर सर्किट लगा और यह ₹6.72 के स्तर पर पहुंच गया। इसके शेयरों में अपर सर्किट ऐसे समय लगा है जब बजट के चलते लगातार दो दिनों से बाजार में भारी बिकवाली का दबाव था। अब आज इसके शेयर जिस स्तर पर पहुंचे हैं, वह इसका उच्चतम लक्ष्य मूल्य था।
Suzlon की बीएससी पर परफॉर्मेंस
यह वर्तमान में बीएसई पर ₹6.72 पर कारोबार कर रहा है, जो 5% ऊपर है। इस महीने इसमें लगभग 15% और इस साल 59% की वृद्धि हुई है। इससे पता चलता है कि Suzlon के शेयरों में हाल ही में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जो निवेशकों के लिए बहुत उत्साहजनक है।
ब्लॉक डील्स और होल्डिंग पैटर्न
आज Suzlon के शेयरों की कई ब्लॉक डील हुई हैं। इन ब्लॉक डील के जरिए कंपनी की 0.3% हिस्सेदारी 2227 करोड़ रुपये में खरीदी गई। डील के तहत 3.8 करोड़ शेयरों का सौदा ₹10 की औसत कीमत पर हुआ। हालांकि, अभी तक यह खुलासा नहीं हुआ है कि इन शेयरों को किसने खरीदा और किसने बेचा।
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Suzlon की वित्तीय वर्ष 2023-24 की प्रदर्शन
चालू वित्त वर्ष 2023-24 में सुजलॉन का रेवेन्यू उछलकर 3032 करोड़ रुपए पर पहुंच गया, जो सालाना आधार पर 50% की बढ़ोतरी है। कंपनी की डिलीवरी भी 7 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। जून तिमाही में कंपनी की ऑर्डर बुक 3.8 गीगावॉट थी, जो रिकॉर्ड स्तर पर है। सुजलॉन ग्रुप के सीएफओ हिमांशु मोदी के मुताबिक, इसे आठ से 24 महीने में डिलीवर करना है।
Suzlon की बैलेंस शीट और मुनाफा
हिमांशु मोदी ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 बैलेंस शीट को मजबूत करने वाला था और अब चालू वित्त वर्ष यानी 2024-25 मुनाफे पर ध्यान केंद्रित करने वाला है। जून तिमाही में Suzlon का मार्जिन करीब 4% उछलकर 17.5% पर पहुंच गया। हिमांशु का मानना है कि कंपनी इसे 17 से 18% के बीच बनाए रखने में सफल रहेगी।
Suzlon में शेयर होल्डिंग पैटर्न में बदलाव
जून तिमाही में Suzlon के शेयरहोल्डिंग पैटर्न में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। छोटे निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़ी है, वहीं हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स और विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी में भी कुछ बदलाव देखने को मिले हैं।
छोटे निवेशक
जून तिमाही में छोटे निवेशकों की संख्या बढ़कर 41.43 लाख हो गई, जबकि मार्च तिमाही में यह 43 लाख थी। छोटे निवेशकों की हिस्सेदारी 26% तक थी।
हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स
₹20 लाख से ज्यादा के निवेश वाले हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स की हिस्सेदारी घटकर 14.76% पर आ गई, जो पहले 15.7% थी।
विदेशी निवेशक
वहीं विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 19.57% से बढ़कर 21.53% पर पहुंच गई।
डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स
डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की भी हिस्सेदारी 1.86% से बढ़कर 3.82% पर पहुंच गई।
Suzlon की सफलता की वजहें
1. विंड एनर्जी सेक्टर का उभार:
Suzlon का मुख्य कारोबार विंड टर्बाइन निर्माण में है। वर्तमान में, स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरणीय सततता पर बढ़ते जोर के कारण, विंड एनर्जी सेक्टर में भारी वृद्धि हो रही है। यह सुजलॉन के शेयर की वृद्धि का एक प्रमुख कारण है।
2. कंपनी की वित्तीय स्थिति:
कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ी हुई राजस्व दर भी निवेशकों का ध्यान आकर्षित कर रही है। मजबूत वित्तीय प्रदर्शन निवेशकों को कंपनी में निवेश करने के लिए प्रेरित करता है।
3. ब्लॉक डील्स:
कंपनी की हालिया ब्लॉक डील्स ने निवेशकों के बीच सकारात्मक भावनाएं बढ़ाई हैं। यह दिखाता है कि बड़े निवेशक और संस्थान कंपनी के भविष्य को लेकर आशावादी हैं।
4. मार्जिन में वृद्धि:
कंपनी का मार्जिन बढ़कर 17.5% हो गया है, जो निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी में वृद्धि उसकी वित्तीय स्वास्थ्य को दर्शाती है।
5. ऑर्डर बुक का रिकॉर्ड स्तर:
कंपनी की ऑर्डर बुक 3.8 गीगावाट की रही, जो रिकॉर्ड स्तर पर है। यह कंपनी की वृद्धि और विस्तार की क्षमता को दर्शाता है।
सुजलॉन की भविष्य की संभावनाएं
1. विस्तार और विकास:
कंपनी का मुख्य फोकस अब विस्तार और विकास पर है। निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले महीनों में कंपनी और अधिक ऑर्डर्स प्राप्त करेगी और अपनी डिलीवरी क्षमता को बढ़ाएगी।
2. मुनाफे पर फोकस:
वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का मुख्य ध्यान मुनाफे पर रहेगा। यदि कंपनी अपनी मार्जिन को 17-18% के बीच बनाए रखने में सफल होती है, तो यह उसके शेयर के लिए सकारात्मक संकेत हो सकता है।
3. निवेशक समुदाय का समर्थन:
छोटे निवेशकों, हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स, विदेशी निवेशकों और डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की बढ़ती हिस्सेदारी कंपनी के प्रति निवेशकों के विश्वास को दर्शाती है। यह कंपनी के शेयर की स्थिरता और वृद्धि को बढ़ावा दे सकता है।
नकारात्मक पहलू
हालांकि, हर निवेश के साथ कुछ नकारात्मक पहलू भी होते हैं:
1. मार्केट में बिकवाली का दबाव:
बाजार में बिकवाली का दबाव कभी-कभी कंपनी के शेयर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
2. वित्तीय जोखिम:
कंपनी के वित्तीय जोखिम और अनिश्चितताएं भी निवेशकों के लिए चिंता का कारण हो सकती हैं।
निष्कर्ष
Suzlon के शेयरों में हाल ही में आई तेजी और कंपनी की वित्तीय स्थिति ने निवेशकों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन, ब्लॉक डील और भविष्य की योजनाओं ने निवेशकों के बीच सकारात्मक भावना को बढ़ाया है। हालांकि, बाजार के जोखिमों और वित्तीय अनिश्चितताओं को ध्यान में रखते हुए निवेशकों को अपने निवेश के फैसले सावधानी से लेने चाहिए।
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