RBI Policy Impact: Market Turmoil and Future Prospects

आज भारतीय शेयर बाजार के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन था, क्योंकि RBI (भारतीय रिजर्व बैंक) ने अपनी नई मौद्रिक नीति की घोषणा की। बाजार पहले से ही इस नीति पर बड़ा दांव लगा रहा था, और पिछले कुछ दिनों में लगातार तेजी देखी गई। हालांकि, आज के सत्र में बाजार ने मिलीजुली प्रतिक्रिया दी। आइए इस नीति के मुख्य बिंदुओं और बाजार पर इसके प्रभाव का विश्लेषण करें।

RBI नीति: प्रमुख निर्णय

CRR में कटौती:

नकद आरक्षित अनुपात (CRR) को 4.5% से 50 आधार अंकों की कटौती करके 4% कर दिया गया।

इस कदम से सिस्टम में 1.16 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त तरलता आएगी।

रेपो दर में कोई बदलाव नहीं:

रेपो दर को 6.5% पर स्थिर रखा गया।

RBI ने संकेत दिया कि जरूरत पड़ने पर भविष्य में नीतिगत दरों में बदलाव किया जा सकता है।

जीडीपी पूर्वानुमान में कटौती:

वित्त वर्ष 2025 के लिए जीडीपी वृद्धि पूर्वानुमान को 7.2% से घटाकर 6.6% कर दिया गया।

RBI ने FY25 में संभावित धीमी आर्थिक वृद्धि और बढ़ती मुद्रास्फीति के जोखिम पर भी प्रकाश डाला।

मुद्रास्फीति पूर्वानुमान:

FY25 के लिए मुद्रास्फीति पूर्वानुमान 4.5% से बढ़ाकर 4.8% कर दिया गया।

बाजार की प्रतिक्रिया

RBI नीति के बाद बाजार में मिलाजुला प्रदर्शन रहा।

निफ़्टी:

दिन की शुरुआत 24,721 से हुई, 24,750 के उच्चतम और 24,462 के निम्नतम स्तर पर पहुँची।

निफ़्टी अंततः 30 अंक गिरकर 24,467 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स:

56 अंक गिरकर 8,170 पर बंद हुआ।

बैंक निफ्टी:

94 अंक गिरकर 539 पर बंद हुआ।

बाजार की यह स्थिति इसलिए भी खास थी क्योंकि CRR में कटौती अपेक्षित स्तर 25 आधार अंक (50 आधार अंक) से अधिक थी। इसके बावजूद, बाजार की चाल धीमी रही क्योंकि निर्णय पहले ही कम करके आंका जा चुका था।

शेयर प्रदर्शन

हारने वाले:

अडानी पोर्ट्स, सिप्ला और भारती एयरटेल जैसे शेयरों में गिरावट आई।

मिडकैप गेनर्स:

आईटीआई: 13.5% ऊपर।

धानी, गेब्रियल इंडिया और तिलकनगर: 9% से अधिक की बढ़त।

रेलवे स्टॉक: आईआरएफसी, आरवीएनएल और रेलटेल में 5% से अधिक की बढ़त।

मिडकैप स्टॉक में गिरावट:

एचजी, सिग्नेचर पॉलीडेक्स और एजेस केमिकल्स में 3% से अधिक की गिरावट।

सेक्टर-वार प्रदर्शन:

ब्रेकिंग सेक्टर:

ऑटो सेक्टर: टाटा मोटर्स, बजाज ऑटो और मारुति में बढ़त।

ऊर्जा: आईओसी, बीपीसीएल और एचपीसीएल में बढ़त।

धातु खनन: एनएमडीसी और वेदांता में बढ़त।

दबाव वाले सेक्टर:

वित्तीय सेवाएं और पीएसयू बैंक।

इंडियन बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और एचडीएफसी बैंक जैसे बड़े नामों में गिरावट।

आगे की राह

महत्वपूर्ण समर्थन और प्रतिरोध स्तर:

निफ्टी के लिए 24,550 और 24,770 प्रमुख स्तर बने रहेंगे।

बाजार के लिए 25,150 का लक्ष्य संभव है, लेकिन पहले इसे 24,770 से ऊपर बनाए रखना होगा।

समेकन की संभावना:

पिछले छह सत्रों में निफ्टी ने 763 अंकों की उछाल दिखाई है।

अब बाजार में कुछ समय के लिए ठहराव (समेकन) की संभावना है।

आने वाले प्रमुख ट्रिगर:

9 दिसंबर: जापान के Q3 जीडीपी डेटा और चीन के CPI डेटा।

11 दिसंबर: अमेरिका के नवंबर CPI डेटा।

12 दिसंबर: भारत के नवंबर CPI और अक्टूबर IIP डेटा।

बाजार रणनीति:

निवेशकों को गिरावट पर खरीदारी करने का अवसर तलाशना चाहिए।

काउंटर-विशिष्ट चालों पर ध्यान केंद्रित करना फायदेमंद होगा।

निष्कर्ष

RBI नीति के बाद, बाजार ने सीमित दायरे में कारोबार किया, जो पिछली तेज रैली के बाद स्वाभाविक है। CRR में कटौती और रेपो दर को स्थिर रखने का निर्णय बाजार के लिए सकारात्मक संकेत हैं।

निकट भविष्य में, बाजार के स्थिर और समेकित होने की संभावना है।

निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए, अच्छे शेयरों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और गिरावट पर खरीदारी की रणनीति अपनानी चाहिए।

आपकी क्या राय है? क्या यह नीति बाजार को ऊपर ले जाएगी, या हम और अधिक सुधार देख सकते हैं? अपने विचार साझा करें!

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