PSU Mutual Funds: Profits and Prospects for Investors

 परिचय

PSU Mutual Funds: बीते कुछ समय में सरकारी कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त रिटर्न मिले हैं, जिससे न सिर्फ शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले निवेशक मालामाल हो गए हैं, बल्कि म्यूचुअल फंड्स के इन्वेस्टर्स की भी बल्ले-बल्ले हो गई है। आज हम उन्हीं पीएसयू थीम वाले म्यूचुअल फंड्स की बात करेंगे, जिन्होंने निवेशकों को माला-माल कर दिया है।

बजट का मौसम चल रहा है और 23 तारीख को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 2024-25 के लिए पूर्ण बजट पेश करने वाली हैं। ऐसे में देश भर के इन्वेस्टर्स की नजरें बजट पर टिकी हुई हैं कि यह बजट उनके इन्वेस्टमेंट के लिहाज से कैसा होगा। 

PSU Mutual Funds

हाल के दौर में पीएसयू थीम वाले म्यूचुअल फंड्स ने जैसे रिटर्न दिए हैं, उससे इन्हें लेकर काफी उम्मीदें आसमान पर बनी हुई हैं। पिछले एक साल में ही पीएसयू थीम आधारित म्यूचुअल फंड्स में निवेशकों को 99% तक का तगड़ा रिटर्न मिला है।

प्रमुख PSU Mutual Funds

1. एसबीआई पीएसयू फंड: इस फंड ने बीते एक साल में 99.87% का रिटर्न दिया है।

2. इंडिया पीएसयू इक्विटी फंड: इसी अवधि में 98.70% का रिटर्न दिया है। यह इस कैटेगरी की सबसे पुरानी स्कीम है।

3. आदित्य सनलाइफ पीएसयू इक्विटी फंड: इसने 94.73% रिटर्न देकर इस कैटेगरी में तीसरे नंबर पर अपनी जगह बनाई है।

4. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल पीएसयू इक्विटी फंड: इसने इसी अवधि में 90.43% का रिटर्न दिया है।

 फंड्स के बढ़िया परफॉर्मेंस के पीछे के फैक्टर्स

1. सरकार का समर्थन: सरकारी कंपनियों को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है, जिससे ये कंपनियां बाजार में बढ़िया कारोबार कर रही हैं।

2. सस्ती वैल्यूएशन और डिविडेंड यील्ड: सरकारी कंपनियां सस्ती वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रही थीं और इनमें तगड़ी डिविडेंड यील्ड भी मिल रही है, जिससे निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है।

PSU Mutual Funds की पिछले छह महीने का प्रदर्शन

बीते 6 महीने में पीएसयू थीम वाले फंड्स का एवरेज रिटर्न करीब 38% रहा है। सीपीएसई ईटीएफ ने इस दौरान 47% का ऊंचा रिटर्न अपने निवेशकों को दिया है। इंडिया पीएसयू इक्विटी फंड ने 43.47% का रिटर्न दिया है। ये स्कीमें निफ्टी सीपीएसई टीआरआई और बीएसई पीएसयू टीआरआई के बेंचमार्क पर चलती हैं।

PSU Mutual Funds पर बजट 2024-25 का प्रभाव

बजट 2024-25 में पीएसयू सेक्टर का आउटलुक काफी अच्छा दिखाई दे रहा है और सरकार अपनी कंपनियों को पूरा समर्थन दे रही है। बाजार की भी उम्मीदें इन कंपनियों से जुड़ी हुई हैं। डिफेंस से लेकर रेलवे तक की सभी सरकारी कंपनियां शेयर बाजार में धुआंधार प्रदर्शन कर रही हैं। सरकार बजट में इन कंपनियों के लिए किस तरह के प्रावधान करती है, यह देखना दिलचस्प होगा क्योंकि इससे आने वाले वक्त में इस कैटेगरी के फंड्स के रिटर्न का भी रास्ता निकलेगा।

विस्तार: PSU Mutual Funds का इतिहास और विकास

 पीएसयू कंपनियों का महत्व

भारत में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों (पीएसयू) का अपना एक विशेष महत्व है। ये कंपनियां देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और सरकार के विभिन्न सामाजिक और आर्थिक उद्देश्यों को पूरा करने में सहायक होती हैं। 

 प्रारंभिक दौर

स्वतंत्रता के बाद, भारत सरकार ने औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करने और आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए पीएसयू की स्थापना की। शुरुआती दशकों में, पीएसयू को देश के औद्योगिक और आर्थिक विकास का इंजन माना गया।

 उदारीकरण और निजीकरण

1991 में उदारीकरण और आर्थिक सुधारों के बाद, पीएसयू को निजी क्षेत्र के साथ प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा। कई पीएसयू को निजीकरण की दिशा में भी कदम बढ़ाने पड़े। इसके बावजूद, कई पीएसयू आज भी अपने महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं और निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं।

PSU Mutual Funds का उदय

 म्यूचुअल फंड्स का परिचय

म्यूचुअल फंड्स एक निवेश उपकरण हैं, जो कई निवेशकों के धन को एकत्र करके उसे विभिन्न संपत्तियों जैसे कि शेयर, बॉन्ड, और अन्य वित्तीय साधनों में निवेश करते हैं। 

PSU Mutual Funds का आगमन

PSU Mutual Funds विशेष रूप से उन कंपनियों में निवेश करते हैं जो सार्वजनिक क्षेत्र की होती हैं। ये फंड्स उन निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प हैं जो सरकारी कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं और उनके विकास में विश्वास रखते हैं।

 फंड्स का प्रबंधन

PSU Mutual Funds को प्रबंधित करने वाले फंड मैनेजर्स उन कंपनियों का चयन करते हैं जो मजबूत वित्तीय प्रदर्शन, अच्छी प्रबंधन टीम, और विकास की क्षमता रखती हैं। वे कंपनियों की गहन शोध और विश्लेषण करते हैं ताकि निवेशकों को उच्च रिटर्न मिल सके।

 निवेशकों के लिए लाभ

 स्थिरता और सुरक्षा

सरकारी कंपनियों में निवेश करने का एक प्रमुख लाभ यह है कि इनमें निवेश की सुरक्षा होती है। सरकार का समर्थन होने के कारण ये कंपनियां अधिक स्थिर होती हैं और इनका जोखिम कम होता है।

 नियमित डिविडेंड्स

पीएसयू कंपनियां अक्सर निवेशकों को नियमित डिविडेंड्स देती हैं, जिससे निवेशकों को नियमित आय प्राप्त होती है। यह विशेष रूप से उन निवेशकों के लिए लाभकारी होता है जो अपने निवेश से नियमित आय चाहते हैं।

 उच्च रिटर्न की संभावना

PSU Mutual Funds ने पिछले कुछ वर्षों में उच्च रिटर्न दिए हैं, जिससे निवेशकों को अच्छा लाभ प्राप्त हुआ है। जैसे कि हमने पहले देखा, एसबीआई पीएसयू फंड, इंडिया पीएसयू इक्विटी फंड, आदि ने बेहतरीन रिटर्न दिए हैं।

 निवेशकों के लिए सुझाव

 सही फंड का चयन

निवेशकों को सही फंड का चयन करना महत्वपूर्ण है। उन्हें फंड के प्रदर्शन, फंड मैनेजर की योग्यता, और फंड की निवेश रणनीति को ध्यान में रखना चाहिए।

दीर्घकालिक निवेश

PSU Mutual Funds में दीर्घकालिक निवेश करने से निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिल सकता है। इसलिए, निवेशकों को धैर्यपूर्वक निवेश करना चाहिए और बाजार की तात्कालिक उठापटक से प्रभावित नहीं होना चाहिए।

 विविधीकरण

निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो को विविध करना चाहिए। सिर्फ PSU Mutual Funds में ही नहीं, बल्कि अन्य प्रकार के फंड्स और निवेश साधनों में भी निवेश करना चाहिए। इससे जोखिम कम होता है और निवेश का संतुलन बना रहता है।

 निष्कर्ष

पीएसयू थीम वाले म्यूचुअल फंड्स ने पिछले एक साल में निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिए हैं और आने वाले बजट से भी इन्हें लेकर काफी उम्मीदें हैं। सरकारी कंपनियों को मिल रहा समर्थन और सस्ती वैल्यूएशन ने इन्हें निवेशकों के लिए आकर्षक बना दिया है। 

PSU Mutual Funds से संबंधित सवाल और सुझाव

 आपके सवाल

आपके पास PSU Mutual Funds के बारे में कोई सवाल हो तो हमें कमेंट्स में बताएं। 

 सुझाव

अगर आपको यह ब्लॉग पोस्ट पसंद आई हो तो इसे शेयर करें ताकि अन्य निवेशक भी इस जानकारी का लाभ उठा सकें। 

निर्देश: हमारी तरफ से Tezkhabar24x7.com के सभी नए और पुराने पाठकों से अनुरोध है कि हम यह लेख केवल लेखों के माध्यम से आपकी शिक्षा को बढ़ाने के लिए लिखते हैं। यदि आप किसी भी प्रकार का निवेश करना चाहते हैं, तो सबसे पहले इस क्षेत्र के किसी पूर्ण व्यक्ति से सलाह अवश्य लें।

Leave a Comment