Pressure is mounting on Babar Azam: Kamran Ghulam becomes a challenge

Babar Azam: पाकिस्तान क्रिकेट में यह बदलाव का दौर है। एक समय था जब Babar Azam को टीम का सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज माना जाता था। लेकिन अब हालात बदल रहे हैं। साल 2024 में Babar Azam को पहली बार टेस्ट टीम से बाहर किया गया। उनकी जगह आए खिलाड़ी कामरान गुलाम ने आते ही शतक जड़ दिया। अब वनडे में भी यही कहानी दोहराई गई है।

कामरान गुलाम का उदय

कामरान गुलाम ने पहले टेस्ट मैच में शानदार शतक लगाया था। जिम्बाब्वे दौरे पर जब Babar Azam को वनडे में आराम दिया गया तो उनकी जगह कामरान को खेलने का मौका मिला। तीसरे वनडे में कामरान ने 103 रनों की शानदार पारी खेली और टीम को 303 रनों तक पहुंचाया। पाकिस्तान ने यह मैच 99 रनों से जीतकर सीरीज अपने नाम कर ली।

जिम्बाब्वे दौरे का महत्व

Babar Azam एक समय में पाकिस्तान की रन मशीन माने जाते थे। लेकिन 2024 उनके लिए बेहद खराब रहा। सितंबर 2024 के बाद से बाबर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक भी शतक नहीं लगाया। उन्होंने 50 से अधिक पारियां खेलीं, लेकिन उनका बल्ला खामोश रहा।
दूसरी ओर, कामरान गुलाम ने सिर्फ 10 मैचों में 2 शतक जड़ दिए। अब सवाल उठ रहा है कि क्या Babar Azam अपनी जगह बचा पाएंगे या फिर कामरान गुलाम उनके लिए एक बड़ी चुनौती बन जाएंगे?

टेस्ट से वनडे तक चुनौती

Babar Azam

Babar Azam को जब टेस्ट टीम से बाहर किया गया, तो उनकी जगह कामरान गुलाम ने ली और शतक लगाया। अब वनडे में भी वही कहानी दोहराई जा रही है। कामरान ने वनडे में भी बाबर की पोजीशन पर खेलते हुए शतक लगा दिया।

पाकिस्तान की बल्लेबाजी में बदलाव

वनडे मैच में पाकिस्तान की ओपनिंग जोड़ी सहम अयूब और अब्दुल्ला शफीक ने पारी की शुरुआत की। Babar Azam की जगह कामरान को खेलने का मौका दिया गया। कामरान ने इस मौके का फायदा उठाया और शतक जड़कर टीम में अपनी जगह पक्की कर ली।

क्या Babar Azam पर मंडरा रहा है खतरा?

Babar Azam को फिलहाल वनडे टीम से बाहर किए जाने की संभावना नहीं है, लेकिन उन पर दबाव बढ़ गया है। अगर उन्होंने अपनी फॉर्म में सुधार नहीं किया तो आने वाले दिनों में उनकी जगह खतरे में पड़ सकती है। कामरान गुलाम के लगातार अच्छे प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं को एक नया विकल्प दे दिया है।

कामरान गुलाम का प्रदर्शन

कामरान गुलाम का वनडे करियर अभी शुरुआती दौर में है, लेकिन उन्होंने अपनी काबिलियत साबित कर दी है।

  • टेस्ट मैचों में प्रदर्शन: 6 टेस्ट मैचों में शानदार शतक।
  • वनडे करियर: 10 मैचों में 2 शतक।
  • अंतिम वनडे मैच में प्रदर्शन: 103 रन, 99 गेंदों पर।

कामरान के इस प्रदर्शन ने उन्हें पाकिस्तान टीम का उभरता हुआ सितारा बना दिया है।

Babar Azam की चुनौतियां

Babar Azam के सामने कई चुनौतियां हैं:

  1. फॉर्म में गिरावट: सितंबर 2024 के बाद से शतक नहीं लगाया।
  2. टीम में नए खिलाड़ियों का उदय: कामरान गुलाम जैसे युवा खिलाड़ी तेजी से उभर रहे हैं।
  3. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) का फैसला: बोर्ड अब वर्तमान फॉर्म को ज्यादा महत्व दे रहा है।

PCB का नजरिया

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के लिए यह एक अहम फैसला होगा कि वे Babar Azam को टीम में बनाए रखें या फिर कामरान गुलाम जैसे नए खिलाड़ियों को मौका दें। Babar Azam का अतीत शानदार रहा है, लेकिन वर्तमान फॉर्म पर सवाल उठ रहे हैं।

क्या बाबर अपनी जगह बचा पाएंगे?

फिलहाल, बाबर आज़म को वनडे टीम से बाहर करने की संभावना कम है। लेकिन अगर उनकी फॉर्म में सुधार नहीं होता है, तो आने वाले दिनों में उनकी जगह खतरे में पड़ सकती है। कामरान गुलाम ने अपनी जगह पक्की कर ली है और अब बाबर को अपनी जगह बचाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।

निष्कर्ष

Babar Azam के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण है। कामरान गुलाम जैसे नए खिलाड़ी टीम में अपनी जगह बना रहे हैं और बाबर पर दबाव बढ़ा रहे हैं। अगर बाबर अपनी फॉर्म में सुधार नहीं करते हैं, तो उन्हें टीम में अपनी जगह खोनी पड़ सकती है। पाकिस्तान क्रिकेट में यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में कौन टीम का स्थायी सदस्य बनता है – Babar Azam या कामरान गुलाम?

आपको क्या लगता है? क्या Babar Azam टीम में अपनी जगह बनाए रख पाएंगे या कामरान गुलाम उनकी जगह लेंगे? अपनी राय ज़रूर दें!

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