ये जो सुनने में आ रहा है, क्या ये सच में हो सकता है? हां, ये सच है! अब इंडिया और Pakistan के बीच क्रिकेट मैच नहीं होंगे, और इसका कारण है 2025 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन। Pakistan के पास तो चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के आयोजन का अधिकार है, लेकिन भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने एक बड़ा कदम उठाते हुए अपनी शर्तें रख दी हैं, जिनके बाद अब यह तय हो चुका है कि यह टूर्नामेंट Pakistan में नहीं होगा।
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1. भारत का वीटो पावर और Pakistan के विकल्प
चैंपियंस ट्रॉफी की मेज़बानी Pakistan के पास है, लेकिन भारत ने साफ़ तौर पर कहा है कि वह Pakistan नहीं जाएगा। भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष जय शाह ने अपना वीटो पावर का इस्तेमाल करते हुए यह निर्णय लिया कि भारत इस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेगा अगर यह पाकिस्तान में ही आयोजित होता है।
Pakistan ने शुरुआत में कई विकल्प दिए थे – एक तो यह था कि भारत आकर मैच खेले, या फिर भारत और Pakistan के मैच कहीं और करवा लिए जाएं, लेकिन भारत ने इन सभी विकल्पों को ठुकरा दिया। भारत का कहना था कि या तो हाइब्रिड मॉडल अपनाओ, या फिर Pakistan के बिना टूर्नामेंट हो, और Pakistan ने इस पर सहमति व्यक्त की।
2. हाइब्रिड मॉडल – क्या है इसका मतलब?
हाइब्रिड मॉडल का मतलब यह है कि भारत और Pakistan के मैच कहीं और खेले जाएंगे, और बाकी के मैच पाकिस्तान में ही होंगे। यह प्रस्ताव पाकिस्तान ने मान लिया है, लेकिन कुछ शर्तों के साथ। पाकिस्तान ने तीन शर्तें रखी हैं, जिनमें से एक ऐसी शर्त है, जो यह तय करती है कि अब इंडिया-पाकिस्तान के मैच इंडिया और पाकिस्तान में नहीं खेले जाएंगे।
3. पाकिस्तान की शर्तें
पाकिस्तान ने जो तीन शर्तें रखी हैं, वो हैं:
- पहली शर्त: भारत के सभी मैच चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान दुबई में खेले जाएंगे, चाहे वह ग्रुप स्टेज का मैच हो या फाइनल। यदि भारत फाइनल में नहीं पहुंचता है तो बाकी के मैच पाकिस्तान में होंगे।
- दूसरी शर्त: पाकिस्तान ने यह मांग की है कि लाहौर को बैकअप होस्टिंग के तौर पर रखा जाए। इसका मतलब है कि यदि भारत ग्रुप स्टेज से बाहर हो जाता है, तो सेमीफाइनल और फाइनल पाकिस्तान में ही होंगे।
- तीसरी शर्त: पाकिस्तान ने यह मांग की है कि भविष्य में जब भी कोई बड़ा क्रिकेट इवेंट भारत में होगा, तो पाकिस्तान की क्रिकेट टीम भारत का दौरा नहीं करेगी। उनका कहना है कि भारत को भी उनकी इज्जत का ख्याल रखना चाहिए और क्रिकेट के मामले में म्यूचुअल रिस्पेक्ट होना चाहिए।
4. भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों की इतिहास की एक झलक
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंध कभी भी स्थिर नहीं रहे। 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमलों के बाद से दोनों देशों के रिश्ते बहुत तनावपूर्ण हो गए थे, जिसके कारण भारत ने पाकिस्तान से क्रिकेट रिश्ते तोड़ लिए थे। हालांकि, इसके बावजूद दोनों देशों के बीच क्रिकेट की कुछ सीमित घटनाएं हुईं, जैसे 2013 में पाकिस्तान का भारत आना, और 2016 में टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान का भारत दौरा।
2019 में भी भारत-पाकिस्तान का मैच हुआ था, लेकिन उस समय भी दोनों देशों के बीच तनाव था। इसके बाद से क्रिकेट मैचों का आयोजन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और भी जटिल हो गया।
5. पाकिस्तान का तर्क और भारत का रुख
पाकिस्तान ने यह स्पष्ट किया है कि अगर भारत मैच के लिए पाकिस्तान नहीं आता है तो वे भी भविष्य में भारत में आयोजित होने वाले किसी भी क्रिकेट इवेंट का हिस्सा नहीं बनेंगे। पाकिस्तान का यह कहना है कि वे भी अपनी इज्जत को लेकर सख्त हैं और चाहते हैं कि भारत उनका सम्मान करें।
भारत की तरफ से यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट रिश्ते स्थापित करने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन जब तक राजनीतिक और सुरक्षा परिस्थितियाँ सही नहीं होतीं, तब तक क्रिकेट मैचों का आयोजन नहीं हो सकता।
6. आने वाले क्रिकेट इवेंट्स पर असर
अब आईसीसी के समक्ष यह बड़ी चुनौती है कि वह इस विवाद को कैसे सुलझाता है। अगले कुछ सालों में भारत में आईसीसी के चार बड़े टूर्नामेंट आयोजित होंगे – 2025 में वनडे वर्ल्ड कप, 2026 में टी20 वर्ल्ड कप, 2029 में चैंपियंस ट्रॉफी और 2031 में वनडे वर्ल्ड कप। इन इवेंट्स को लेकर पाकिस्तान का यह तर्क है कि भारत में जब क्रिकेट इवेंट्स होंगे, तो पाकिस्तान को खेलने का मौका नहीं मिलेगा, और इसे लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है।
7. क्या होगा भविष्य में?
इस पूरे मामले में एक बात तो साफ है – अब भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैचों की संख्या कम होती जा रही है, और भविष्य में अगर कोई बड़ा टूर्नामेंट होता है, तो वह एक नई स्थिति में होगा। दोनों देशों के बीच राजनीतिक और क्रिकेट संबंधों के बीच यह लड़ाई जारी रहेगी।
आईसीसी के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि उसे पाकिस्तान और भारत दोनों के हितों को संतुलित करना है। हाइब्रिड मॉडल को लेकर जो समझौता हुआ है, वह असल में एक समाधान हो सकता है, लेकिन इसका कार्यान्वयन किस तरह होगा, यह देखने की बात होगी।
8. निष्कर्ष
आखिरकार, अब यह तय हो गया है कि आने वाले समय में इंडिया और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैचों का आयोजन पाकिस्तान या इंडिया में नहीं होगा। हाइब्रिड मॉडल को लेकर पाकिस्तान ने कुछ शर्तें रखी हैं, जिनकी वजह से दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंधों में एक नया मोड़ आया है। अब देखना यह होगा कि आईसीसी और दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड इस समझौते को कैसे लागू करते हैं और क्या भविष्य में दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंध सामान्य हो पाते हैं या नहीं।
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