Loan Fraud: मिजोरम से एक बड़ी खबर आई है जिसमें करीब 150 करोड़ रुपये का मामला सामने आया है। जिसके तहत करीब 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और इस जानकारी की पुष्टि डीजीपी अनिल शुक्ला ने की है और उन्होंने यह भी बताया कि कुछ लोग लोगों को फंसाकर उनका कार लोन हड़प लेते हैं।
लेकिन उनमें से 11 को गिरफ्तार कर लिया गया और 2000 ग्राहक भी शामिल थे. इनमें कुछ स्थानीय टैक्स डीलर भी शामिल हैं।
आरोपियों ने मृत व्यक्तियों के नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाए और लगभग 2000 रुपये के ऋण के लिए आवेदन किया।
आए जानते है की आखिर कैसे किया गया इस फर्जी-बड़े का अंत
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, मिजोरम में महिंद्रा फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड के एरिया बिजनेस मैनेजर जाकिर हुसैन ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर 2000 से ज्यादा फर्जी खाते खोले और फिर उन फर्जी खातों में कार खरीदने वाले लोगों से पैसे लेने शुरू कर दिए। उनके साथ कुछ अन्य कंपनियों के लोग भी शामिल थे।
और मास्टर माइन्ड ज़ाकिर हुसैन इन सब से बचने के लिए, उसने बैंक को धोखा देने के लिए एक उच्च अधिकारी के पद पर कब्जा कर लिया ताकि किसी को भी इन सभी लेनदेन के बारे में पता न चले।
पुलिस के मुताबिक, जब भी ऑडिट का समय होता था तो हुसैन अपने पास मौजूद सभी फर्जी फाइलों को एक सोनार के घर में छिपा देता था।
उसके बाद एक दिन वह समय आ ही गया, जब बुराई का दिन शुरू हो ही गया। असम के तेजपुर के निवाशी हुसैन के खिलाफ आइजोल के पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
उसके बाद धीरे-धीरे हुसैन के सारा काला करतूत सामने आने लगा और फिर उसके बाद इस बड़ी घटना पर्दाफास हुआ।