IEX (Indian Energy Exchange) shares fall sharply: Impact of government’s market coupling plan

आज यानी 24 सितंबर को इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (IEX) के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली। कंपनी के शेयरों में करीब 12% की गिरावट आई है, जो निवेशकों के लिए बड़ी चिंता की बात है। इस गिरावट के पीछे मुख्य कारण सरकार की नई योजना है, जिसमें पावर एक्सचेंजों के लिए ‘मार्केट कपलिंग’ लागू करने की बात कही गई है।

तो सवाल उठता है कि मार्केट कपलिंग क्या है और इसका IEX के शेयरों पर इतना बड़ा असर क्यों पड़ा? आइए इसे आसान शब्दों में समझते हैं।

मार्केट कपलिंग क्या है?

इस समय भारत में बिजली के कारोबार के लिए तीन प्रमुख पावर एक्सचेंज हैं। हर एक्सचेंज की अपनी कीमत खोज प्रक्रिया है, यानी हर एक्सचेंज पर बिजली की कीमतें अलग-अलग तय होती हैं। यह प्रक्रिया जटिल है, क्योंकि हर एक्सचेंज पर अलग-अलग समय पर खरीद और बिक्री के ऑर्डर होते हैं।

अब सरकार सभी पावर एक्सचेंजों पर खरीद और बिक्री के ऑर्डर को एक साथ मर्ज करने की योजना बना रही है। इस प्रक्रिया को ‘मार्केट कपलिंग’ कहते हैं। इसका उद्देश्य हर बिडिंग जोन के लिए एक समान कीमत तय करना है। यह काम ‘मार्केट कपलिंग ऑपरेटर’ (एमसीओ) के जरिए किया जाएगा।

मार्केट कपलिंग के फायदे

1. समानता: इससे बिजली की कीमतों में समानता आएगी, जिससे ग्राहकों को सस्ती बिजली मिलेगी।

2. ट्रांसमिशन लाइन का बेहतर इस्तेमाल: बिजली ट्रांसमिशन लाइन का अधिकतम इस्तेमाल संभव हो सकेगा।

3. बिजली की अधिक ट्रेडिंग: कपलिंग से बिजली की ट्रेडिंग बढ़ेगी, जिससे बिजली की अधिक ट्रेडिंग हो सकेगी।

4. पीक टाइम में सस्ती बिजली: पीक ऑवर (जब बिजली की मांग अधिक होती है) में भी सस्ती दरों पर बिजली मिलेगी।

सरकार की इस योजना को तेजी से लागू करने के लिए बिजली मंत्रालय ने काम शुरू कर दिया है। इस योजना के तहत पावर मार्केट रेगुलेशन 2021 में जरूरी बदलाव पहले ही किए जा चुके हैं और जल्द ही इसकी अंतिम गाइडलाइन जारी की जाएगी।

आईईएक्स के शेयरों पर क्यों पड़ा असर?

अब आते हैं इस सवाल पर कि आईईएक्स के शेयरों में इतनी गिरावट क्यों आई? दरअसल, अभी तक करीब 90 फीसदी बिजली ट्रेडिंग आईईएक्स के जरिए ही होती है। मतलब, दूसरे एक्सचेंजों की ट्रेडिंग बहुत कम है।

जब मार्केट कपलिंग लागू हो जाएगी, तो दूसरे एक्सचेंज भी बिजली ट्रेडिंग में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा सकेंगे। इससे IEX का दबदबा कम होगा और नए एक्सचेंजों के लिए कारोबारी अवसर बढ़ेंगे। इसका सीधा मतलब है कि IEX का जो दबदबा अब तक कायम था, वह अब कम हो जाएगा। यही वजह है कि IEX के शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है।

आज IEX का शेयर सुबह 240.32 रुपये पर खुला और दिन खत्म होने तक 11% से ज्यादा की गिरावट के साथ 21.8 रुपये पर बंद हुआ। यह पिछले 22 हफ्तों के उच्चतम स्तर 244.40 रुपये से काफी नीचे है।

क्या गिरावट आगे भी जारी रहेगी?

अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सरकार की इस योजना का IEX के शेयरों पर लंबी अवधि में असर पड़ेगा या नहीं। लेकिन अगर मार्केट कपलिंग योजना सफलतापूर्वक लागू हो जाती है, तो IEX को अपनी रणनीति बदलने की जरूरत होगी।

आपकी क्या राय है?

क्या आपने IEX के शेयरों में निवेश किया है? सरकार की इस योजना के बारे में आप क्या सोचते हैं? अपनी राय हमें कमेंट में जरूर बताएं।

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