England cricket’s journey: The disappointment of 2023 and 2024 World Cups and the beginning of a new era with Brendon McCullum

2023 वनडे विश्व कप England क्रिकेट के लिए बड़ा झटका साबित हुआ। एक समय विश्व क्रिकेट में अपना दबदबा रखने वाली England की टीम अचानक संघर्ष करती नजर आई। उस समय ऐसा लग रहा था कि England शायद चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी क्वालिफाई न कर पाए। यह वही टीम थी जिसने 2019 में विश्व कप जीता था, लेकिन 2023 में उसने सिर्फ तीन मैच जीते और सातवें स्थान पर रही। इंग्लैंड को अफगानिस्तान जैसी टीमों के खिलाफ भी हार का सामना करना पड़ा, जिसने England क्रिकेट के भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए।

2024 टी20 वर्ल्ड कप: एक और निराशाजनक प्रदर्शन

2024 का टी20 वर्ल्ड कप भी Englandके लिए कुछ खास नहीं रहा. लोगों को उम्मीद थी कि England की व्हाइट बॉल टीम अपने पुराने फॉर्म में लौट आएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. 2022 में टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम सेमीफाइनल में भी जगह नहीं बना पाई. ये वही टीम थी जो 2019 और 2022 में व्हाइट बॉल क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में चैंपियन थी. लेकिन 2024 के प्रदर्शन ने दिखा दिया कि इंग्लैंड का व्हाइट बॉल क्रिकेट अब अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है.

बेसबॉल का आगमन: वाइट बॉल क्रिकेट में नया प्रयोग

England क्रिकेट ने बड़ा फैसला लेते हुए ब्रेंडन मैकुलम को व्हाइट बॉल क्रिकेट का हेड कोच नियुक्त किया है। मैकुलम पहले से ही England की टेस्ट टीम के कोच थे और उन्होंने टीम में बेसबॉल का तड़का लगाकर टीम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। अब सवाल यह है कि क्या वह व्हाइट बॉल क्रिकेट में भी वैसी ही सफलता हासिल कर पाएंगे?

मैथ्यू मोट की विदाई: ब्रेंडन मैकलम की एंट्री

2022 में England की व्हाइट बॉल क्रिकेट टीम की कोचिंग शुरू करने वाले मैथ्यू मॉट को अब हटा दिया गया है और उनकी जगह ब्रेंडन मैकुलम को शामिल किया गया है। मैथ्यू मॉट की कप्तानी में England लगातार पिछड़ता रहा, चाहे 2023 वनडे विश्व कप हो या 2024 टी20 विश्व कप। टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और इसके बाद ही यह बड़ा फैसला लिया गया।

ब्रेंडन मैकलम का नया चैलेंज

ब्रेंडन मैकुलम अब 2025 तक England के सभी फॉर्मेट के कोच बने रहेंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि वे बेसबॉल के अपने दृष्टिकोण को व्हाइट बॉल क्रिकेट में कैसे लागू करते हैं। वे पहले ही दिखा चुके हैं कि टेस्ट क्रिकेट में उनका दृष्टिकोण कितना कारगर हो सकता है। लेकिन वनडे और टी20 क्रिकेट में यह दृष्टिकोण कितना कारगर साबित होता है, यह तो आने वाले समय में ही पता चलेगा।

इंग्लैंड का टेस्ट क्रिकेट में इवोल्यूशन

England जहां सफ़ेद गेंद के क्रिकेट में संघर्ष कर रहा है, वहीं उसने टेस्ट क्रिकेट को एक नई दिशा दी है। बेसबॉल के ज़रिए टेस्ट में खेल का आक्रामक प्रारूप England के लिए काफ़ी सफल रहा है। हाल ही में England ने श्रीलंका और पाकिस्तान को उनके घर में हराया और ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ एशेज सीरीज़ ड्रॉ कराई। इन सफ़लताओं ने इंग्लैंड के टेस्ट क्रिकेट को एक नई पहचान दी है

वनडे और टी20 क्रिकेट में बेसबॉल का असर

अब सवाल यह है कि क्या इंग्लैंड का बेसबॉल वाला तरीका वनडे और टी20 क्रिकेट में भी कारगर साबित होगा? इंग्लैंड क्रिकेट इस बात से बेहद खुश है कि ब्रेंडन मैकुलम अब सभी फॉर्मेट के कोच बन गए हैं। मैकुलम का कहना है कि वह जोस बटलर के साथ मिलकर इंग्लैंड की व्हाइट बॉल टीम को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते हैं।

मैकलम की अटैकिंग प्लेयर की छवि

ब्रेंडन मैकुलम का क्रिकेट में आक्रामक खिलाड़ी होने का इतिहास रहा है। वे आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए भी खेल चुके हैं और उन्होंने आईपीएल का पहला शतक भी लगाया है। इंग्लैंड को उनके अनुभव का निश्चित रूप से फायदा मिलेगा।

इंग्लैंड क्रिकेट का भविष्य

अब इंग्लैंड क्रिकेट प्रशंसकों की नज़रें इस बात पर टिकी हैं कि ब्रेंडन मैकुलम वनडे और टी20 क्रिकेट में क्या बदलाव लाते हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को नई दिशा दी है, लेकिन अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वह वनडे और टी20 क्रिकेट में भी वही जादू दिखा पाएंगे। इंग्लैंड क्रिकेट का भविष्य काफी हद तक उनकी कोचिंग पर निर्भर करेगा और यह तो समय ही बताएगा कि उनका बेसबॉल अप्रोच इंग्लैंड के व्हाइट बॉल क्रिकेट को वापस पटरी पर ला पाता है या नहीं।

संघर्ष के बाद की उम्मीदें

कभी सफेद गेंद के क्रिकेट पर राज करने वाली इंग्लैंड क्रिकेट टीम अब एक नए युग की ओर बढ़ रही है। बेसबॉल का यह नया प्रयोग इंग्लैंड क्रिकेट को पुनर्जीवित कर सकता है। उम्मीद है कि ब्रेंडन मैकुलम की अगुआई में इंग्लैंड एक बार फिर विश्व क्रिकेट में अपनी पहचान बनाने में सफल रहेगा।

निष्कर्ष

2023 और 2024 के विश्व कप में इंग्लैंड का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, लेकिन ब्रेंडन मैकुलम के कोचिंग की कमान संभालने से नई उम्मीद जगी है। बेसबॉल के दृष्टिकोण का यह नया प्रयोग एक बार फिर इंग्लैंड क्रिकेट को सफलता की राह पर ला सकता है। अब देखना यह है कि इंग्लैंड क्रिकेट के लिए आगे क्या होता है और क्या वे फिर से सफेद गेंद के क्रिकेट पर अपना दबदबा बना पाएंगे।

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