Dukaan: सरोगसी mother की कहानी

Dukaan फिल्म 5 अप्रैल 2024 को सिनेमा घरो में दिखाई गई ।इस फिल्म के डायरेक्टर सिद्धार्थ सिंह हैं। इस फिल्म को Kalamkaar Picture Production और Waveband Prodution द्वारा produce किया गया है । Dukaan Movie के Writers सिद्धार्थ सिंह ही हैं । Dukan Movie में Monika Panwar , Insane Ashraf ,Vrajesh Hirjee जैसे Stars हैं।

Dukaan Movie

Dukaan Movie है तो हिंदी फिल्म ही, लेकिन कहानी के बीच-बीच में गुजराती शब्द का भी इस्तेमाल किया गया है, क्योकि दुकान फिल्म की कहानी गुजरात के आनंद में स्थित है । लेकिन जिन्हे गुजराती नहीं भी आती होगी फिर भी फिल्म को समझने में बिल्कुल भी दिक्कत नहीं होगी।

Dukaan Movie Review

Dukaan फिल्म’ कुल मिलाकर 2 घंटा 12 मिनट की है। सरोगसी के विषय के इर्द-गिर्द कहानी घूमती है और उस पर यह फिल्म आधारित है। इस विषय पर हाल में ही कुछ फिल्मे आई थी, जैसे कृति सेनन Mimi Movie जो एक मराठी फिल्म की ही ऑफिसियल रीमेक थी ।उसके अलावा समंता करी कि एक तेलगु फिल्म भी आई थी और भी कुछ फिल्मे इसी विषय पर आई है।

अभी 3 साल पहले मोदी सरकार ने बिल लाकर के कमर्शियल सरोगसी पर पाबंदी लगा दी है और अवैध घोषित कर दिया है ।अगर कोई महिला सरोगेट माँ बनना चाहती है तो केवल परिवार की ही महिला सरोगेट माँ बन सकती है। उस समय उसे यह परमिशन दे दिया जाता है, लेकिन जहाँ पैसो की लेनदेन कि बात हो वहाँ कोई परमिशन नहीं दिया जाता है। हमारे समाज की गरीब और पिछड़े वर्ग कि महिला जिन्हे सरोगेट माँ के लिये उनका शोषण किया जाता था, अब इन सब से बचाने के लिए इस कमर्शियल सरोगसी पर पाबन्दी लगा दी गई है।

लेकिन दुकान फिल्म में सरोगसी को जस्टिफाई करके दिखाया गया है। इस हद तक जस्टिफाई करके दिखाया गया कि इसे देखना असहनीय हो गया था।

फिल्म की एंडिंग में तो उन्होंने यह भी बताया है कि सरकार ने इस पर बिल लाकर बंदी लगाई है। वह भी उन्होंने फिल्म में दिखाया है और उसके बाद में इस फिल्म की सरोगेट मदर महिलायें मिडिया के सामने एक कार्यक्रम का आयोजन करती हैं। वहाँ मिडिया भी आती है और मिडिया उन महिलाओं से बात भी करती हैं। उन सरोगेट मदर में से एक महिला मिडिया से यह कहती है कि इस देश की जो फिल्म इंडस्ट्री आदि के लोग हैं उन्हे तो हमने एक नया भविष्य दिया है।

मतलब आपने देखा होगा कुछ फिल्म स्टार्स ऐसे हैं जो सरोगसी के माध्यम से बच्चे को जन्म दिया है। वह आगे कहती है कि इस देश के फिल्म स्टार्स को तो हमने उनका भविष्य दिया है, परन्तु आज जब हमारा भविष्य अँधकार में है तो हमारे समर्थन में तो कोई नहीं आ रहा।

मतलब भारत सरकार ने जो कमर्सियल सरोगसी पर पाबंदी लगाई है उसका उन्होंने विरोध किया है और वहाँ पर वो महिला कहती है कि आज इस बिल के विरोध में या इस निर्णय के विरोध में कोई फिल्म स्टार्स या देश के बड़े लोग क्यों नहीं कुछ बोल रहे। उन्होंने यह भी कहा कि गर्भ धारणा माँ बनना यह शब्द ही कितना पवित्र है, कितना पावन है।

Dukaan Movie Story

फिल्म में जिस प्रकार से उन बातों को जस्टिफाई किया गया है जैसे किसी बहुत बड़े अचीवमेंट की तरह या कुछ बहुत ही सफल बिजनेस मॉडल की तरह। सच में वो सब बातें देख कर के जिस प्रकार उन बातों को उन्होंने जस्टिफाई किया है मतलब जैसे एक स्त्री है वो कोई मशीन हो बच्चे को जन्म देने की। लोग आ रहे हैं बच्चे को जन्म दिलवा रहे हैं, पैसे दे रहे हैं। फिल्म के उस सीन में बड़ा ही विचित्र फील हो रहा था और मातृत्व का तो सम्मान उसमें कहीं पर भी नहीं दिखाई दे रहा था।

और इन सब बातों से भी ज्यादा बेकार थी इस फिल्म कि मुख्य पात्र जैस्मिन, जो सबसे मुख्य पात्र है। Dukaan फिल्म दो घंटे और 12 मिनट की फिल्म है। दो घंटे छोड़ दो, 2 सेकंड तक देखने की इच्छा नहीं होती। स्क्रीन पर जिस एक्ट्रेस ने वह कैरेक्टर प्ले किया है उसकी बात नहीं कर रही हूँ मैं, जैस्मिन कि एक्टिंग भी बढ़िया थी, परंतु जिस प्रकार से उस पात्र को लिखा गया है वो कुछ भी बातें कहता है, जो भी निर्णय लेता है, जो भी उसके विचार है, जो भी बिना सर पैर के लॉजिक है, तर्क है, वह सब देख कर के अंदर से बस खींज फील होता है। वो कैरेक्टर नहीं देखा जा रहा था।

जब उसके बचपन की जो कुछ तीन चार मिनट की ऐसे कुछ एक सीक्वेंस है वो एक पार्ट में वहाँ पर अच्छी लगती है, बच्ची बड़ी प्यारी लगती है पर उसके बाद में वह पात्र देखना बिल्कुल ही असहनीय हो जाता है। अब यह जो जैस्मिन का कैरेक्टर है वह अपने से दो गुनी आयु के एक व्यक्ति से विवाह कर लेती है। जैस्मिन कि बेटी भी होती है फिर भी उसने ऐसे दो गुनी आयु की व्यक्ति के साथ में वह विवाह कर लेती है विवाह के तुरंत बाद उन्हें एक बेटा भी हो जाता है

कुछ समय के बाद सिकंदर खेर की मृत्यु हो जाती है अब जो बेटी है उसका विवाह करना होता है। फिल्म में यह तर्क दिया है कि विवाह आदि करने के लिए जैस्मीन सरोगेट मदर बनने का निर्णय लेती है। हालांकि वह लॉजिक कहीं से भी सही नहीं लगता क्योंकि पहले से उनकी दुकान आदि होती है। ऊपर से जो बेटी है वह जिस लड़के से प्रेम करती है वो तो दहेज लेने से भी मना कर देता है। वह खुद आ करके कहता है कि नहीं भाई मैं तो मॉडर्न विचारों का हूँ मुझे तो दहेज भी नहीं चाहिए। अब उसके बाद भी उसे सरोगेट मदर क्यों बनना है, यह समझ से परे है।

चलो वो भी ठीक है समझ जाते हैं अब वह सरोगेट मदर बनती है, दो बच्चे को जन्म देती है। और जब दो बच्चों को सरोगसी के माध्यम से वह जन्म देती है तो उसके बाद वो रिटायर हो जाती है। उन्होंने सरोगेट बनने को बहुत ही जस्टिफाई किया है जैसे अब वो रिटायर हो गई है और रिटायर होने के बाद में घर में उसने एक पुरुष रखा हुआ है लिविन में शारीरिक सुख पूर्ण करने के लिए। इसके बाद चौथे बच्चे को सरोगसी के माध्यम से जब वह जन्म दे रही होती है तब उसके बाद अचानक से उसके अंदर मातृत्व जग जाता है। पहले दो बच्चों को जन्म दिया तब उनके साथ उसकी कोई अटैचमेंट नहीं हुई पर, चौथे बच्चे को जब वह जन्म देती है तब अचानक से उसके मन में मातृत्व जग जाता है और बच्चे को लेकर के वह भाग जाती है.

Dukaan Movie 2024

और उसके बाद उस बच्चे के लिए जो कुछ भी वह तर्क देती है फिल्म के एंडिंग में वह नहीं सुने जा रहे थे। इसी के बिपरीत मीमी फिल्म में इस विषय को काफी सेंसिबली प्रस्तुत किया गया है। वहाँ पर मातृत्व को उन्होंने सही प्रकार से भी दिखाया था हालांकि मिमी देख कर के जितने भी दर्शक है उन्हें काफी पीड़ा हुई थी और दर्शको को यह फिल्म बहुत अच्छी लगी थी। मिमी फिल्म के आगे Dukaan फिल्म कुछ नहीं है और जो लोग इसे देखकर आ रहे हैं उनका नेगेटिव रिव्यु है।

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