एक्ट्रेस Tun Tun की जिंदगी और मौत की चौकाने वाली खबर।

आज हम पहली मशहूर कॉमेडियन एक्ट्रेस Tun Tun और उनके माता-पिता के निधन और टीवी तक के उनके सफर के साथ-साथ उनकी मृत्यु तक के सफर के बारे में जानेंगे।

आज हम आपको हिंदी सिनेमा की पहली महिला कॉमेडियन Tun Tun के बारे में कुछ ऐसी जानकारी देंगे, जो शायद आप नहीं जानते होंगे। उनकी जिंदगी जितनी दर्दनाक थी, उनकी मौत भी उतनी ही दर्दनाक थी। तो चलिए आगे जानते हैं कि माता-पिता की मौत के बाद टुनटुन ने कैसे अपना करियर बनाया और टीवी का सफर तय किया और उनकी जिंदगी और मौत कितनी मुश्किलों भरी रही। इन सभी बातों की जानकारी हम आपको इस आर्टिकल में देंगे, तो ऐसी ही खबरें, बॉलीवुड, हॉलीवुड, साउथ फिल्में और मनोरंजन से जुड़ी हर खबर पढ़ने के लिए जुड़े रहें TezKhabar24x7 के साथ।

उमा देवी उर्फ़ टुन टुन की जीवनी।

उमा देवी का जन्म 1923 में हुआ था और वह हिंदी सिनेमा में Tun Tun के नाम से मशहूर हुईं। पर्दे पर दर्शकों को हंसाने वाली Tun Tun की जिंदगी बेहद शानदार रही। जब एक्ट्रेस महज 18 साल की थीं, तब जमीन विवाद में उनके माता-पिता दोनों की हत्या कर दी गई थी। तब से उनके बड़े भाई ही उनका एकमात्र सहारा थे।

हालांकि, उनकी बदकिस्मती ने यहां भी उनका पीछा नहीं छोड़ा। जब वह 9 साल की थीं, तब उनके भाई की भी हत्या कर दी गई। इसके बाद Tun Tun अनाथ हो गईं। इसके बाद फिर से उनके दर्द भरे दिन शुरू हो गए। रिश्तेदारों ने छोटी Tun Tun को अपने घर में नौकरानी बना लिया। छोटी बच्ची से दो वक्त के खाने के लिए घर का सारा काम करवाया जाता था, मारपीट भी आम बात हो गई थी।

कुछ समय बीता और अभिनेत्री थोड़ी बड़ी हुई, फिर उसकी मुलाकात आबकारी अधिकारी अख्तर अब्बास से हुई, दोनों में दोस्ती हो गई। Tun Tun उसका साथ पाकर बहुत खुश थी, लेकिन फिर उसकी खुशी पर नजर लग गई। भारत-पाकिस्तान का बंटवारा हो गया और उनके मुस्लिम दोस्त को भारत छोड़कर पाकिस्तान जाना पड़ा।

जिंदगी के दर्द से जूझ रही उमा देवी सबको छोड़कर मुंबई भाग गई, वह गायिका बनना चाहती थी। किसी तरह वह मशहूर शख्सियत नौशाद के पास पहुंची और उनसे गाने का मौका देने की गुजारिश की। नौशाद नहीं माने तो उसने समुद्र में कूदकर आत्महत्या करने की धमकी दी।

नौशाद डर गए और यहीं से गुपचुप तरीके से अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत की। बॉलीवुड का मशहूर गाना अफसाना लिख ​​रही हूं उनका पहला गाना था जो सुपरहिट हुआ। इस गाने को सुनने के बाद उनके दोस्त अख्तर अब्बास पाकिस्तान छोड़कर भारत आ गए और उनसे शादी कर ली। उमा देवी के Tun Tun बनने की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। दरअसल, शादी और बच्चों की जिम्मेदारी के चलते उमा देवी का वजन काफी बढ़ गया था। इसी बीच उनके शरीर को देखते हुए नौशाद ने उन्हें एक्टिंग करने की सलाह दी, और यहीं से उनका फिल्मी सफर शुरू हुआ।

उन्होंने दिलीप कुमार के साथ फिल्म बाबुल से अपने करियर की शुरुआत की थी। उनके मोटे शरीर को देखकर लोग उन्हें टुन टुन कहने लगे थे। इसके अलावा कहा जाता है कि दिलीप कुमार ने उमा देवी से यह वाक्य पहली बार साल 1950 में कहा था जब फिल्म की शूटिंग चल रही थी जिसमें दिलीप कुमार भागते हुए उनके नीचे गिर गए गए और Tun Tun उनके ऊपर गिर गई। तब दिलीप कुमार ने उनका नाम Tun Tun रख दिया था। हिंदी सिनेमा की पहली महिला कॉमेडियन कलाकार ने कई सफल फिल्मों में काम किया, जिनमें कोहिनूर, प्यासा, ललकार, उड़न खटोला और लव इन बॉम्बे शामिल है।

उनकी जिंदगी जितनी दर्दनाक थी, उनका अंत भी उतना ही बुरा था। मोहनपुर आईं Tun Tun अपने पति की मौत के सदमे से उबर नहीं पाईं। कि उनकी मौत के बाद स्टुअर्ट ने फिल्मों से संन्यास ले लिया और पूरी दुनिया से हटकर गम में डूब गईं। अपने बढ़े हुए वजन की वजह से उन्हें कई बीमारियों ने घेर लिया। पति की मौत के दर्द के ऊपर कई गंभीर बीमारियों ने आखिरकार इस महान अभिनेत्री की जान ले ली।

साल 2003 में टुनटुन की बीमारी और अपने पति के दर्द से परेशान होकर मौत हो गई थी। यह थी उमा देवी उर्फ़ Tun Tun की दर्दभरी कहानी दोस्तों आपको यह अभिनेत्री कैसी लगी, और आप इनके बारे में क्या कहना चाहेंगे हमें कमेंट में जरूर बताएं।

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