Babar Azam: Once equal to Virat Kohli, now struggling for form

पाकिस्तान क्रिकेट के सबसे चमकते सितारे Babar Azam आज अपनी फॉर्म और प्रदर्शन को लेकर सवालों के घेरे में हैं। एक समय था जब उन्हें विराट कोहली, स्टीव स्मिथ और केन विलियमसन जैसे दिग्गज बल्लेबाजों के साथ ‘फैब फोर’ का हिस्सा माना जाता था। उनकी शानदार बल्लेबाजी ने उन्हें विश्व क्रिकेट के शीर्ष खिलाड़ियों में से एक बना दिया था। लेकिन आज बाबर के बल्ले की वह चमक फीकी पड़ गई है जिसने उन्हें क्रिकेट की दुनिया में सबसे अलग खड़ा किया था। अब सवाल यह उठता है कि क्या Babar Azam वापसी कर पाएंगे या उनका सुनहरा दौर बीती बात हो गई है?

शुरुआती करियर और फॉर्म की ऊँचाईयाँ

Babar Azam ने अपने करियर की शुरुआत धमाकेदार अंदाज़ में की थी। उन्होंने अपनी बल्लेबाज़ी से न सिर्फ़ पाकिस्तान बल्कि पूरी दुनिया को प्रभावित किया। उनकी तकनीक, शॉट सिलेक्शन और निरंतरता ने उन्हें दुनिया के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज़ों में से एक बना दिया। बाबर ने अपने शुरुआती करियर में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और पाकिस्तान के लिए कई अहम पारियाँ खेलीं। उनके शतकों और अर्धशतकों की सूची बढ़ती गई और उन्हें पाकिस्तान क्रिकेट का नया सुपरस्टार माना जाने लगा।

फाब फोर’ में जगह बनाना

एक समय था जब Babar Azam का नाम ‘फैब फोर’ में शामिल करने की चर्चा थी। उनकी तुलना विराट कोहली, स्टीव स्मिथ, केन विलियमसन और जो रूट जैसे दिग्गज बल्लेबाजों से की जा रही थी। उनकी बल्लेबाजी की निरंतरता और तकनीकी मजबूती ने उन्हें इस खास समूह में शामिल करने की सिफारिश की। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना ​​था कि बाबर में वो सबकुछ है जो उन्हें ‘फैब फोर’ का हिस्सा बना सकता है। उनकी बल्लेबाजी शैली और रन बनाने की क्षमता ने उन्हें विश्व क्रिकेट में अहम स्थान दिलाया है।

फॉर्म में गिरावट की शुरुआत

लेकिन समय के साथ Babar Azam की फॉर्म में गिरावट आने लगी. जहां कभी उनका बल्ला रनों की बरसात करता था, अब वही बल्ला खामोश चल रहा है. Babar Azam पिछले 616 दिनों से एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए हैं. 32 पारियों में उनके बल्लेबाजी औसत में लगातार गिरावट देखने को मिली है. उनका स्ट्राइक रेट भी गिर रहा है और वो बार-बार गेंदबाजों का आसान शिकार बन रहे हैं. यहां तक ​​कि अब वो आउटस्विंग, इनस्विंग, बाउंसर, स्लोअर, यॉर्कर जैसी गेंदों पर संघर्ष करते नजर आते हैं. ये गिरावट सिर्फ उनके निजी फॉर्म के लिए ही नहीं बल्कि पाकिस्तान क्रिकेट के लिए भी चिंता का विषय है.

आलोचनाओं का दौर

Babar Azam की इस गिरावट ने उन्हें आलोचनाओं के केंद्र में ला दिया है। उनके लगातार खराब फॉर्म को लेकर फैंस और विशेषज्ञों ने सवाल उठाए हैं। यहां तक ​​कहा जा रहा है कि बाबर ने अपना आखिरी शतक तब लगाया था जब इमरान खान प्रधानमंत्री बने थे और तब से उनके प्रदर्शन में लगातार गिरावट आ रही है। सोशल मीडिया पर भी बाबर को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। जहां उन्हें कभी ‘किंग बाबर’ कहा जाता था, आज वही लोग उनके खराब प्रदर्शन को लेकर उनकी आलोचना कर रहे हैं।

पाकिस्तान क्रिकेट के लिए बाबर का योगदान

Babar Azam ने पाकिस्तान क्रिकेट में अनोखा योगदान दिया है। उन्होंने पाकिस्तान को कई बड़े मैचों में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। उनकी कप्तानी में पाकिस्तान ने कई यादगार जीत हासिल की हैं। एक समय में वनडे, टेस्ट और टी20 क्रिकेट में उनका प्रदर्शन काफी सराहनीय रहा था। बाबर ने पाकिस्तान के लिए कई मैचों में मुश्किल वक्त में टीम को संभाला और बड़ी पारियां खेलीं। पाकिस्तान क्रिकेट के इतिहास में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा, लेकिन उनका मौजूदा फॉर्म उनकी महानता पर सवालिया निशान लगा रहा है।

हाल के प्रदर्शन पर नजर

बाबर आजम के हालिया आंकड़े उनकी गिरती फॉर्म को साफ तौर पर दिखाते हैं. टेस्ट क्रिकेट में पिछले 16 टेस्ट मैचों की 32 पारियों में उनका औसत सिर्फ 20 का रहा है और उनका उच्चतम स्कोर सिर्फ 41 है. ये आंकड़े उनके करियर के सुनहरे दिनों से बिल्कुल उलट हैं. वनडे और टी20 क्रिकेट में भी उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है. नेपाल जैसी कमजोर टीम के खिलाफ भी वे बड़ी पारी नहीं खेल पाए और उनका स्कोर लगातार गिरता रहा. 14, 24, 27, 13, 39, 21 जैसे स्कोर उनकी खराब फॉर्म की ओर इशारा करते हैं.

भविष्य की चुनौतियां और उम्मीदें

Babar Azam के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती यही है कि वह अपनी खोई हुई फॉर्म को कैसे हासिल करेंगे। उनके प्रशंसक और क्रिकेट विशेषज्ञ अब यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या बाबर एक बार फिर उन ऊंचाइयों पर पहुंच पाएंगे जहां वह पहले थे। उनके सामने अपनी तकनीक सुधारने और मानसिक रूप से मजबूत होने की चुनौती भी है। क्रिकेट की दुनिया में यह एक ऐसा खेल है जो बहुत कम समय में बदल जाता है और बाबर को अपने प्रदर्शन को सुधारने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। उनके पास प्रतिभा और क्षमता है, लेकिन उन्हें इसका सही दिशा में उपयोग करना होगा।

निष्कर्ष

Babar Azam का करियर इस समय दोराहे पर खड़ा है, जहां उन्हें खुद को साबित करना है। एक समय में उनकी गिनती विश्व क्रिकेट के शीर्ष खिलाड़ियों में होती थी, लेकिन अब वह अपनी खोई प्रतिष्ठा वापस पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह समय उनके लिए काफी अहम है और उन्हें फिर से ‘किंग बाबर’ कहलाने के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए। बाबर में वह काबिलियत है जो उन्हें फिर से शीर्ष पर पहुंचा सकती है, लेकिन इसके लिए उन्हें अपनी बल्लेबाजी में पुरानी धार वापस लानी होगी, जिसने उन्हें विश्व क्रिकेट में खास जगह दिलाई थी।

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