परिचय
अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग द्वारा भारतीय बाजार नियामक सेबी (भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड) और Adani Group पर गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता और बेचैनी एक बार फिर उभर कर सामने आई है। यह रिपोर्ट तब आई है जब हिंडनबर्ग की पिछली रिपोर्ट में अडानी समूह के शेयरों को भारी नुकसान हुआ था। इस बार आरोप सीधे सेबी प्रमुख माधवी पुरी बुच पर लगाए गए हैं, जो भारतीय बाजारों के लिए नए संकट का संकेत दे रहे हैं।
हिंडनबर्ग की पिछली रिपोर्ट का असर
2023 में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने अडानी समूह को गहरे संकट में धकेल दिया था। इस रिपोर्ट ने Adani Group के शेयरों में भारी गिरावट ला दी थी, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ था। इस रिपोर्ट के कारण बाजार में मची उथल-पुथल ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी थी और इसका भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी बड़ा असर पड़ा था।
नई रिपोर्ट: बाजार में उथल-पुथल
इस नई रिपोर्ट में हिंडनबर्ग ने Adani Group और सेबी प्रमुख माधवी पुरी बुच पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोपों के अनुसार, सेबी प्रमुख माधवी पुरी बुच ने अडानी समूह के खिलाफ कार्रवाई करने में ढिलाई बरती है, जिसके कारण भारतीय बाजार में विश्वास कम हुआ है। सोमवार को इस रिपोर्ट के प्रकाशित होने के बाद शेयर बाजार में गिरावट देखी गई। अडानी समूह के कई शेयरों में भारी गिरावट आई, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ।
Table of Contents
Adani Group के शेयरों पर असर
हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट के बाद Adani Group के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई।
– अडानी एंटरप्राइजेज: बाजार खुलते ही शेयर में 5% से अधिक की गिरावट आई।
– अडानी पावर: 2.93% की गिरावट के साथ ₹675 पर कारोबार कर रहा है।
– अडानी टोटल गैस: 4.81% की गिरावट के साथ ₹828 पर कारोबार कर रहा है।
– अडानी विल्मर: 2.8% की गिरावट के साथ ₹74 पर कारोबार कर रहा है।
– अडानी ग्रीन एनर्जी: 2.80% की गिरावट के साथ ₹1,731 पर कारोबार कर रहा है।
– अडानी एनर्जी सॉल्यूशन्स: 3.37% की गिरावट के बाद ₹1,067.5 पर कारोबार कर रहा है।
– अडानी पोर्ट: 1.43% की गिरावट के साथ ₹51.0 पर कारोबार कर रहा है।
– एसीसी सीमेंट: 1.58% की गिरावट के साथ ₹214.2 पर कारोबार कर रहा है।
– अमुज्जा सीमेंट: 0.23% की गिरावट के साथ ₹30.5 पर कारोबार कर रहा है।
– एडीटीवी: 2.08% की गिरावट के साथ ₹4 पर कारोबार कर रहा है।
सेबी प्रमुख माधवी पुरी बुच पर आरोप
हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट में सेबी प्रमुख माधवी पुरी बुच पर Adani Group के खिलाफ जांच में ढिलाई बरतने का आरोप लगाया गया है। इस रिपोर्ट के अनुसार बुच के पति अगोरा एडवाइजरी नामक कंपनी से जुड़े हैं, जिसमें अडानी समूह की हिस्सेदारी हो सकती है। इस तरह के आरोपों ने सेबी की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
रिपोर्ट का बाजार पर दीर्घकालिक प्रभाव
हालांकि हिंडनबर्ग की इस रिपोर्ट के जारी होने के बाद बाजार में गिरावट देखी गई है, लेकिन अगर दीर्घकालिक प्रभाव की बात करें तो यह कहना मुश्किल है। ऐसी रिपोर्ट बाजार में अस्थिरता बढ़ा सकती हैं और निवेशकों का भरोसा कमजोर कर सकती हैं।
Adani Group के निवेशकों के लिए सलाह
अस्थिरता के इस दौर में निवेशकों को संयम बरतने की सलाह दी जाती है। उन्हें अपने पोर्टफोलियो को संतुलित करना चाहिए और अत्यधिक जोखिम वाले निवेशों से दूर रहना चाहिए। साथ ही, मौजूदा बाजार की स्थिति पर नजर रखनी चाहिए और सही समय पर निवेश के फैसले लेने चाहिए।
निष्कर्ष
हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट ने एक बार फिर भारतीय शेयर बाजार में हलचल मचा दी है। Adani Group और सेबी प्रमुख माधवी पुरी बुच पर लगाए गए आरोपों ने निवेशकों में चिंता बढ़ा दी है। हालांकि दीर्घकालिक प्रभाव का आकलन करना अभी भी मुश्किल है, लेकिन निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें और अपने निवेश को सुरक्षित रखें।
यहां हम इस मुद्दे पर चर्चा समाप्त करते हैं, लेकिन इसके निहितार्थों को समझने के लिए निरंतर निगरानी रखना आवश्यक है।