सांगली से नवनिर्वाचित स्वतंत्र लोकसभा सदस्य विशाल पाटिल ने कांग्रेस को समर्थन दिया

महाराष्ट्र के सांगली से नवनिर्वाचित स्वतंत्र लोकसभा सदस्य, विशाल पाटिल, ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की और इंडिया गठबंधन को समर्थन देने का भरोसा जताया है। विशाल पाटिल, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री बसंत दादा पाटिल के पोते हैं, और हाल ही में सांगली सीट से लोकसभा के लिए चुने गए हैं।

विशाल पाटिल की सांगली सीट से जीत की कहानी

2024 के लोकसभा चुनाव में सांगली सीट पर शिवसेना (यूवीटी) गठबंधन की वजह से पाटिल को स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ना पड़ा। हालांकि, विशाल पाटिल ने इस चुनौती को स्वीकार किया और अपनी लोकप्रियता और संघर्ष से जीत हासिल की।

कांग्रेस को समर्थन

विशाल पाटिल ने मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात कर अपना समर्थन कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को दिया। इसके बाद वे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से भी मिले। इस मुलाकात के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या विशाल पाटिल केवल समर्थन देंगे या कांग्रेस में शामिल होकर पार्टी को मजबूती देंगे।

कांग्रेस का शतक?

2024 के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को 233 सीटें मिलीं, जिसमें से कांग्रेस को 99 सीटें मिलीं। अब, अगर विशाल पाटिल कांग्रेस में शामिल होते हैं, तो कांग्रेस के लिए यह 99 से 100 सीटों का आंकड़ा पार कर सकता है। यह कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा और पार्टी के लिए एक मनोबल बढ़ाने वाला कदम साबित हो सकता है।

पाटिल की प्रतिक्रिया

मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात के दौरान, विशाल पाटिल ने कहा, “हालांकि गठबंधन की मजबूरी के कारण कांग्रेस की तरफ से मुझे टिकट नहीं मिला, लेकिन कांग्रेस की विचारधारा और लोगों के प्यार के कारण मैं फिर भी यहां से जीत गया। आज मैं यहां अपना समर्थन कांग्रेस गठबंधन को देने आया हूं और मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी का आशीर्वाद लेने आया हूं।”

कांग्रेस की प्रतिक्रिया

एआईसीसी जनरल सेक्रेटरी के वेणुगोपाल ने बताया, “विशाल पाटिल पूर्व मुख्यमंत्री बसंत दादा पाटिल के पोते हैं और उनका बिना शर्त समर्थन कांग्रेस की मजबूती का परिचायक है। विशाल पाटिल प्रकाश बापू पाटिल के बेटे हैं, जो सांगली सीट से पांच बार सांसद रह चुके हैं।”

अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या विशाल पाटिल कांग्रेस में शामिल होकर पार्टी को ‘शतक’ लगाने की खुशी प्रदान करेंगे या बाहर रहकर ही इंडिया गठबंधन को समर्थन देंगे। अगर वे कांग्रेस में शामिल होते हैं, तो यह पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है। कांग्रेस को 100वीं सीट मिलना न केवल संख्या के हिसाब से बल्कि मनोबल के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण होगा।

विशाल पाटिल का कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को समर्थन देना एक महत्वपूर्ण कदम है। उनके इस समर्थन से कांग्रेस को आगामी चुनावों में एक नई ऊर्जा मिल सकती है। कांग्रेस के नेताओं के साथ उनकी मुलाकातें और उनकी समर्थन की घोषणा ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि विशाल पाटिल का अगला कदम क्या होगा और क्या कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव में ‘शतक’ लगा पाएगी।

आपकी क्या राय है? क्या कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को विशाल पाटिल के समर्थन से लाभ होगा? क्या कांग्रेस 100 सीटों का आंकड़ा पार कर पाएगी? अपनी राय नीचे कमेंट में जरूर बताएं।

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