Rishabh Pant’s stellar comeback on Bangladesh tour: Strong in Test cricket, but needs to improve in shorter formats?

भारतीय क्रिकेट टीम के आगामी बांग्लादेश दौरे के लिए Rishabh Pant का चयन लगभग तय है। बल्लेबाजी के साथ-साथ विकेटकीपिंग में उनके अनोखे कौशल ने उन्हें टेस्ट क्रिकेट में अहम स्थान दिलाया है। हालांकि, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का मानना ​​है कि अगर पंत को हर फॉर्मेट में महान खिलाड़ी बनना है तो उन्हें छोटे फॉर्मेट में अपनी कमजोरी पर काम करना चाहिए।

ऋषभ पंत की टेस्ट क्रिकेट में भूमिका

Rishabh Pant ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी अलग पहचान बनाई है। पिछले डेढ़ साल के उनके रिकॉर्ड पर नजर डालें तो कोई भी उन पर सवाल नहीं उठा सकता। Rishabh Pant की बल्लेबाजी शैली ऐसी है कि वह कभी भी मैच का रुख बदल सकते हैं। उनकी इसी काबिलियत ने उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में स्थायी जगह दिलाई है। गांगुली का मानना ​​है कि मौजूदा समय में Rishabh Pant सभी विकेटकीपरों में सर्वश्रेष्ठ हैं। उन्होंने कहा कि Rishabh Pant में वह काबिलियत है जो उन्हें टेस्ट क्रिकेट में महान खिलाड़ी बना सकती है।

सौरव गांगुली का बयान: सजेशन या टोंट?

गांगुली का यह बयान जहां एक तरफ Rishabh Pant के लिए नसीहत है, वहीं उनके आलोचकों के लिए फटकार भी है। गांगुली ने साफ कहा कि पंत टेस्ट क्रिकेट के महान खिलाड़ी बन सकते हैं, लेकिन उन्हें छोटे फॉर्मेट में सुधार की जरूरत है। Rishabh Pant को वनडे और टी20 क्रिकेट में अपने खेल में सुधार करने की जरूरत है ताकि वह हर फॉर्मेट में महान बन सकें।

पंत की वापसी: बांग्लादेश दौरे की तैयारी

हाल ही में कार दुर्घटना में घायल हुए Rishabh Pant अब पूरी तरह से फिट हैं और आईपीएल से वापसी की तैयारी कर रहे हैं। उनके चाहने वालों के लिए यह बड़ी खबर है कि पंत एक बार फिर भारतीय टीम का हिस्सा बनने जा रहे हैं। 26 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैच में खेलते नजर आएंगे। यह दौरा पंत के लिए नई शुरुआत होगी, क्योंकि उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच बांग्लादेश के खिलाफ खेला था।

भारतीय टीम की संरचना और पंत की भूमिका

बांग्लादेश दौरे के लिए भारतीय टीम की संरचना को देखते हुए विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर पंत की भूमिका तय मानी जा रही है। टीम में अन्य विकेटकीपर के तौर पर केएल राहुल और ध्रुव जुरेल का भी चयन किया गया है, लेकिन मुख्य विकेटकीपर की भूमिका पंत को ही दी जाएगी। Rishabh Pant को बल्लेबाजी क्रम में छठे नंबर पर देखा जा सकता है, जबकि केएल राहुल संभवत: पांचवें नंबर पर खेल सकते हैं।

गांगुली का सुझाव: छोटे फॉर्मेट्स में सुधार की जरूरत

गांगुली ने यह भी कहा कि पंत को वनडे और टी20 जैसे छोटे प्रारूपों में सुधार करने की जरूरत है। उन्होंने माना कि Rishabh Pant में अनोखी प्रतिभा है, लेकिन अगर उन्हें हर प्रारूप में महान बनना है तो उन्हें अपनी बल्लेबाजी में और सुधार करना होगा। गांगुली का मानना ​​है कि समय के साथ पंत महानतम खिलाड़ियों में शामिल हो सकते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें अपनी मौजूदा खेल शैली में बदलाव करने की जरूरत है।

आलोचकों का नजरिया और पंत की ‘लकी’ छवि

Rishabh Pant के आलोचक उन्हें ‘भाग्यशाली’ क्रिकेटर मानते हैं। उनका मानना ​​है कि पंत को कई मौकों पर टीम में इसलिए चुना गया क्योंकि उन्होंने अभ्यास मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया। संजू सैमसन के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद पंत का चयन हुआ और यही कहानी अब भी दोहराई जा रही है। हालांकि, टेस्ट क्रिकेट में पंत की क्षमता पर कोई सवाल नहीं है और उनकी बल्लेबाजी की गुणवत्ता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

टीम में नए चेहरों की एंट्री और पंत की प्रासंगिकता

इस बार भारतीय टीम में कुछ नए चेहरे शामिल हुए हैं, जैसे यश दयाल, आकाश दीप और ध्रुव जुरेल। श्रेयस अय्यर को नहीं चुना गया है। स्पिनरों के लिए जडेजा, अश्विन, कुलदीप और अक्षर के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा होगी, जबकि तेज गेंदबाजों में बुमराह, सिराज और दयाल जैसे खिलाड़ी होंगे। इस टीम स्ट्रक्चर में Rishabh Pant प्रासंगिक रहेंगे, क्योंकि वह न केवल विकेटकीपिंग में माहिर हैं, बल्कि उनकी बल्लेबाजी भी टीम के लिए अहम साबित हो सकती है।

गांगुली की टिप्पणी: चर्चा का विषय

सौरव गांगुली का यह बयान कि पंत को सफेद गेंद के क्रिकेट में सुधार करने की जरूरत है, अब चर्चा का विषय बन गया है। क्या पंत वाकई शॉर्टर फॉर्मेट में कमजोर हैं या फिर यह उनके आलोचकों का एक और बहाना है? यह सवाल अब क्रिकेट प्रशंसकों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।

निष्कर्ष: ऋषभ पंत की वापसी और उनकी संभावनाएं

बांग्लादेश दौरे पर Rishabh Pant की वापसी भारतीय क्रिकेट के लिए अहम पल है। टेस्ट क्रिकेट में उनकी अनूठी प्रतिभा उन्हें एक बार फिर टीम में मजबूत जगह दिलाएगी। हालांकि, वनडे और टी20 क्रिकेट में उनकी चुनौतियां अभी भी बनी हुई हैं। अगर वह छोटे फॉर्मेट में भी अपनी स्थिति मजबूत कर लेते हैं तो उन्हें भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक महान खिलाड़ी के तौर पर जरूर याद किया जाएगा।

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