टी20 विश्व कप में मैच फिक्सिंग का शक: खिलाड़ी से संदिग्ध संपर्क, ICC की सख्त कार्रवाई

क्रिकेट में भ्रष्टाचार का भूत: खेल के प्रशासकों के लिए चुनौती

क्रिकेट, जिसे “जेंटलमैन गेम” के नाम से जाना जाता है, आज भ्रष्टाचार की गंभीर समस्या से जूझ रहा है। इस समस्या का एक हालिया उदाहरण चल रहे टी20 विश्व कप में देखने को मिला, जहां एक पूर्व केन्याई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी द्वारा युगांडा के खिलाड़ी से संपर्क करने के प्रयास को ICC की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (ACU) ने तुरंत निपटा दिया। यह घटना गुयाना में लीग चरण के मैचों के दौरान हुई, जहां एक पूर्व केन्याई तेज गेंदबाज ने युगांडा की टीम के एक सदस्य से कई बार अलग-अलग नंबरों से संपर्क करने की कोशिश की।

क्रिकेट में भ्रष्टाचार के मुख्य कारण

क्रिकेट में भ्रष्टाचार के प्रमुख कारणों में से एक वित्तीय लालच और आर्थिक असमानता है। बड़ी टीमों की तुलना में सहयोगी देश भ्रष्टाचार के लिए आसान लक्ष्य होते हैं। इन देशों के खिलाड़ियों को अपेक्षाकृत कम वेतन मिलता है, जिससे वे भ्रष्ट लोगों के जाल में जल्दी फंस सकते हैं।

ICC के भ्रष्टाचार निरोधक प्रयास

ICC की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (ACU) खेल को भ्रष्टाचार से मुक्त रखने के लिए सतर्क है। युगांडा के खिलाड़ी ने मौके पर मौजूद एसीयू अधिकारियों को इस बारे में जानकारी दी, जिसके बाद अधिकारियों ने पूर्व केन्याई खिलाड़ी के खिलाफ चेतावनी जारी की और सभी सहयोगी टीमों को उसके बारे में सूचित किया।

ताजा घटना: केन्या और युगांडा

गुयाना में लीग चरण के मैचों के दौरान युगांडा टीम के एक सदस्य से केन्या के एक पूर्व तेज गेंदबाज ने कई बार अलग-अलग नंबरों से संपर्क किया। इस संदर्भ में युगांडा के खिलाड़ी ने जल्द से जल्द आईसीसी को इसकी जानकारी दी और एसीयू ने तुरंत कार्रवाई की।

भ्रष्टाचार के खिलाफ आईसीसी के उपाय

1 जून से प्रभावी आईसीसी के नए संशोधन में, शासी निकाय और उसके सदस्य बोर्डों को “खेल की अखंडता की रक्षा के अपने निरंतर प्रयासों में भ्रष्टाचार की घटनाओं की सक्रिय और गहन जांच करने” का अधिकार दिया गया है। आईसीसी के भ्रष्टाचार विरोधी कोड के तहत, क्रिकेट के सभी प्रकार (अंतरराष्ट्रीय और घरेलू) शामिल हैं और सभी प्रतिभागियों पर लागू होते हैं।

खिलाड़ियों के लिए जागरूकता और प्रशिक्षण

सभी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को संभावित खतरे के बारे में नियमित रूप से जानकारी दी जाती है और वे भ्रष्टाचार विरोधी कोड से अच्छी तरह वाकिफ होते हैं। उन्हें ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।

छोटे देशों के लिए बढ़ती चुनौतियाँ

छोटे देशों के खिलाड़ियों को भ्रष्टाचार के प्रति अधिक संवेदनशील माना जाता है। इन देशों में आर्थिक असमानता और वित्तीय अस्थिरता अधिक है, जिससे खिलाड़ी भ्रष्टाचार के जाल में जल्दी फंस सकते हैं।

मुख्य भ्रष्टाचार विरोधी प्रोटोकॉल

ICC के भ्रष्टाचार विरोधी कोड के तहत, भ्रष्ट दृष्टिकोणों की रिपोर्ट न करना एक अपराध है। अन्य अपराधों में मैच फिक्सिंग, खेलों पर सट्टा लगाना, अंदरूनी जानकारी का दुरुपयोग और जांच में सहयोग न करना शामिल है।

क्रिकेट के भविष्य के लिए कदम

भ्रष्टाचार मुक्त क्रिकेट के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। ICC और खिलाड़ियों की जिम्मेदारी है कि वे खेल की अखंडता की रक्षा करें।

निष्कर्ष

क्रिकेट में भ्रष्टाचार का भूत खेल के प्रशासकों के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। लेकिन, ICC के सख्त प्रोटोकॉल और खिलाड़ियों के बीच जागरूकता से इस समस्या से निपटा जा सकता है। क्रिकेट की अखंडता की रक्षा के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है।

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